VIDEO: राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा SMS में भर्ती, ट्रीटमेंट के लिए किया मेडिकल बोर्ड गठित

जयपुर: राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में भर्ती है. SMS अस्पताल के ICU में किरोड़ी लाल मीणा का इलाज चल रहा है. गर्दन में चोट के कारण किरोड़ी लाल को उल्टी और चक्कर आने की समस्या है. सिर की पुरानी चोटों से भी समस्या बढ़ रही है. SMS अस्पताल ने ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल बोर्ड गठित किया है. सात सदस्यीय डॉक्टर्स का मेडिकल बोर्ड गठित किया गया. अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने आदेश जारी किए है. बोर्ड में डॉ.अजय माथुर, डॉ. वीवी अग्रवाल, डॉ. संदीप माथुर,
डॉ. अरविंद व्यास, डॉ. एमके यादव, डॉ. संजीव चौपड़ा और डॉ. एनएल डिसानिया को शामिल किया गया.

इससे पहले शुक्रवार को सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में सांसद डॉ.किरोड़ीलाल मीणा को भर्ती करवाया गया. डॉक्टर्स ने किरोड़ी मीणा की 2D ECO, ECG समेत कई जांचे की. इस दौरान इमरजेंसी पर मीणा समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. SMS अस्पताल में STF की तैनाती की गई. उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और भाजपा नेता अरूण चतुर्वेदी SMS पहुंचे थे. मीणा के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगाए. भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि समर्थकों को हिरासत में लेना दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी अब पूरे मामले को लेकर आंदोलन करेगी. जयपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आंदोलन किया जाएगा.  

जानकारी के मुताबिक राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा की चौमूं के गोविंदगढ में तबियत बिगडने जयपुर SMS रैफर किया गया था. SMS अस्पताल के बाहर किरोड़ी समर्थकों का भारी हंगामा हो रहा है. डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की कुशलक्षेम पूछने समर्थक पहुंच रहे है. SMS अस्पताल में डॉ.किरोड़ीलाल मीणा का उपचार जारी है. बड़ी संख्या में किरोड़ी समर्थक SMS में मौजूद है. भारी संख्या में SMS अस्पताल में पुलिस जाब्ता तैनात है. आपको बता दें कि राजस्थान पुलिस ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवानों की वीरांगनाओं को शुक्रवार तड़के धरना स्थल से हटा दिया. पुलिस ने उन्हें उनके आवासीय क्षेत्रों के पास के अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया.जयपुर के आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि उनके समर्थकों को एसईजेड थाने ले जाया गया है.वीरांगनाओं के प्रदर्शन का समर्थन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद किरोड़ी लाल मीणा के एक करीबी सहयोगी ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई तड़के करीब तीन बजे हुई जब मीणा अपने आवास गए थे.

ये वीरांगनाएं 28 फरवरी से प्रदर्शन कर रही हैं और इन्होंने नियमों में बदलाव की मांग करते हुए छह दिन पहले अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी ताकि न सिर्फ उनके बच्चों बल्कि उनके रिश्तेदारों को भी अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी मिल सके. उनकी अन्य मांगों में सड़कों का निर्माण और उनके गांवों में शहीदों की प्रतिमाएं लगाना शामिल हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को इन मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि शहीद जवानों के बच्चों के बजाए अन्य रिश्तेदारों को नौकरी देना क्या उचित होगा? उन्होंने पूछा, हम शहीद के बच्चों के अधिकारों को रौंद कर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देने को कैसे जायज ठहरा सकते हैं? बड़े होने पर शहीद के बच्चों का क्या होगा? क्या उनके अधिकारों को कुचलना उचित है? मीणा ने एक ट्वीट में कहा कि एसईजेड पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठा हूं. सरकार पुलिस के बल पर वीरांगनाओं की आवाज नहीं दबा पाएगी. एक निरंकुश और तानाशाही सरकार का अधिक ताकत के साथ विरोध किया जाएगा.बाद में मीणा शहीदों की पत्नियों से मुलाकात करने के लिये गए लेकिन जयपुर जिले के चौमू कस्बे के तहत आने वाले सामोद थाने की पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया. मीणा ने ट्वीट किया, मैं अपने समर्थकों के साथ सामोद बालाजी के दर्शन करने जा रहा था, लेकिन सामोद थाना पुलिस ने मुझे रोका और मेरे साथ दुर्व्यवहार व हाथापाई की.