शुभ संयोग में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा,  22 जनवरी को रहेगा सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग! 

शुभ संयोग में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा,  22 जनवरी को रहेगा सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग! 

जयपुर: नए साल 2024 में 22 जनवरी का दिन बेहद शुभ है. 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और मृगशिरा नक्षत्र है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया  कि 22 जनवरी दिन सोमवार को हरि अर्थात् विष्णु मुहूर्त है, जो 41वर्ष बाद आया है. इसी कारण अयोध्या जी में श्री रामलाल जी की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इस मुहूर्त का पूर्ण लाभ सभी भारतवासियों को प्राप्त करना चाहिए. मुहूर्त चिन्तामणि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस मुहूर्त का विशेष लाभ विद्यार्थियों, व्यापारियों और गर्भवती स्त्रियों को प्राप्त होगा.

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि 22 जनवरी को तीन शुभ योगों का अद्भुत संयोग बना रहा है. 22 जनवरी को पोष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी और नक्षत्र मृगशिरा रहेगा. इसके अलावा सूर्योदय से पूरे दिन सवार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा. दिन खत्म होने के साथ ही रवि योग भी लग जाएगा. इन सब योगों में अभिजीत मुहूर्त के अंतर्गत रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न किया जाएगा. इस दिन चंद्रमा भी अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेंगे.

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि ऐसे में इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा जो 12 बजकर 59 मिनट तक रहने वाला है. उसमें से यह शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड का रहेगा. यह मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त के अंतर्गत है. हिंदू धर्म में शुभ कार्य के लिए अभिजीत मुहूर्त सबसे उत्तम माना जाता है.

इसलिए चुनी गई ये तारीख 
कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार त्रेतायुग में प्रभु श्री राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. सोमवार 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में अभिजीत मुहूर्त का संयोग बन रहा है. यही कारण है कि इस तिथि को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इस शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने से प्रभु श्री राम सदैव मूर्ति के अंदर विराजमान रहेंगे.

प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त 
भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि सनातन धर्म में कोई भी शुभ कार्य पंचांग के अनुसार, शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है. ऐसे में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी 2024 पौष माह के द्वादशी तिथि को चुना गया है. इस विशेष तिथि पर  सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं. इस दौरान प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहने वाला है. इस दौरान मृगशिरा नक्षत्र रहेगा.