नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शुरू से ही गुणवत्ता थी लेकिन 2009 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजन से यह अगले स्तर तक पहुंचा और विदेशों में भी इस प्रतियोगिता को लेकर दिलचस्पी पैदा हुई.भारत में आम चुनाव के कारण दूसरा आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया था.आईपीएल की शुरुआत 15 साल पहले आज के दिन ही हुई थी और शास्त्री तब इस लीग की संचालन परिषद का हिस्सा थे.
उन्होंने आईपीएल के शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि अगर आप इसमें भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों पर गौर करो तो क्रिकेट की गुणवत्ता इतनी अच्छी थी कि यह लीग चल पड़ी. लेकिन इस पर अंतिम मुहर तब लगी जब इसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया गया. दक्षिण अफ्रीका में आईपीएल को लेकर वैसे ही दिलचस्पी थी जैसे भारत में थी जिससे क्रिकेट जगत हैरान था. शास्त्री ने कहा कि उस समय तक दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों ने अपनी पसंदीदा टीम चुननी शुरू कर दी थी. आप तब जैसा फुटबॉल में देखते थे वैसा आईपीएल में दूसरे सत्र से होने लग गया था.
उन्होंने कहा कि इंग्लिश प्रीमियर लीग वर्षों से चल रही है जिसमें आर्सेनल और मैनचेस्टर यूनाइटेड जैसी टीम हैं लेकिन आईपीएल में दो साल में ही लोगों ने मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स या रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को अपनी पसंदीदा टीम चुनना शुरू कर दिया था. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने 2008 में आईपीएल के उद्घाटन मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हुए आरसीबी के खिलाफ 75 गेंदों पर 158 रन की धमाकेदार पारी खेली थी.भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने कहा कि 2008 में राजस्थान रॉयल्स की विजेता टीम का हिस्सा बनने से लेकर कई बार के विजेता चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का सदस्य बनने तक उनके अनुभव में किस तरह से बदलाव आया.
जडेजा ने कहा कि आईपीएल का 2008 में पहला साल था और इसको लेकर काफी उत्साह था. हम अंडर-19 के खिलाड़ी इस आईपीएल का हिस्सा बनने जा रहे भारतीय टीम के खिलाड़ियों जैसे महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, हरभजन सिंह आदि के बारे में सोचा करते थे. इसलिए मैं यह सोच कर बेहद रोमांचित था कि मैं किस टीम का हिस्सा बनूंगा. उन्होंने कहा कि लेकिन आईपीएल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स में हमारे लिए भावनात्मक पल था क्योंकि हमारी टीम दो साल बाद वापसी कर रही थी. प्रशंसक भी चेन्नई सुपर किंग्स की वापसी और उसके चेपॉक स्टेडियम में खेलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. सोर्स भाषा