जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम अशोक गहलोत का रिश्ता एक अबूझ पहेली की तरह है ! एक तरफ व्यक्तिगत तौर पर दोनों में मित्रता दिखती है तो वहीं दूसरी ओर पॉलिटिकल फ्रंट पर दोनों ही पॉलिटिकल अटैक करने का कोई मौका नहीं चूकते. क्योंकि कल जब पीएम मोदी नाथद्वारा पहुंचे तो सीएम गहलोत ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उसके बाद मंच पर भी दोनों के बीच लगभग 5 से 6 बार हंसी-मजाक के साथ बातचीत होती रही.
इसके साथ ही संयोगवश दोनों का ड्रेसिंग सेंस भी लगभग एक जैसा ही दिखा और इसके बाद अपने भाषण में मोदी ने गहलोत को अपना मित्र बताया. इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी, अशोक गहलोत को सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्री बता चुके हैं. वहीं कल जब सीएम अशोक गहलोत नाथद्वारा में संबोधित करने खड़े हुए तो एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला.
मोदी ने मंच से इशारा कर लोगों को शांत करवाया:
दरअसल, जैसे ही गहलोत के भाषण शुरू करते उससे पहले आमजन के बीच मोदी-मोदी का नारा गूंजा. ऐसे में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से इशारा कर लोगों को शांत करवाया. साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की ओर भी लोगों को शांत करवाने का इशारा किया. लेकिन दूसरी तरफ राजनीतिक तौर पर दोनों मुखर दिखते हैं. कल भी प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम गहलोत को लेकर कई कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपने विधायकों पर और विधायकों को मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है. इसके तुरंत बाद गहलोत ने भी एक लंबा ट्विट कर मोदी के भाषण पर निशाना साधा.