नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के ब्याज दर पर निर्णय, घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक आंकड़े और वैश्विक रुझान इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियां भी बाजार के रुख पर असर डालेंगी. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक छह जून को शुरू होगी. बैठक के नतीजों की घोषणा आठ जून को होगी.
एमपीसी की बैठक पर बाजार भागीदारों की नजदीकी नजर रहेगी. इसके अलावा मानसून की प्रगति भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगी.उन्होंने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये के रुख तथा कच्चे तेल की कीमतों पर भी सभी की निगाह रहेगी. सोमवार को सेवा क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े आएंगे.कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि घरेलू बाजार भागीदारों की निगाह एमपीसी की बैठक और मानसून की प्रगति पर रहेगी.बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 45.42 अंक या 0.07 प्रतिशत के लाभ में रहा, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 34.75 अंक या 0.18 प्रतिशत चढ़ गया.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों वाला रहेगा. आठ जून को एमपीसी की बैठक के नतीजे आएंगे. उससे पहले पांच जून को एसएंडपी ग्लोबल सर्विसेज के सेवा क्षेत्र पर पीएमआई आंकड़े आएंगे.गत शुक्रवार को सेंसेक्स 118.57 अंक या 0.19 प्रतिशत चढ़कर 62,547.11 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी 46.35 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,534.10 पर बंद हुआ.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि हम नए महीने में प्रवेश कर रहे हैं. माह की शुरुआत में निवेशकों की नजर पीएमआई और अमेरिका के रोजगार के आंकड़ों के अलावा रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक पर रहेगी. नायर ने कहा कि वैश्विक की तुलना में घरेलू रुझान मजबूत हैं. उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं. इसके अलावा कंपनियों के चौथी तिमाही के परिणामों से भी घरेलू बाजार की मजबूती का पता चलता है. सोर्स भाषा