IND vs NZ: प्रसारकों से निराश होकर रोहित शर्मा ने कहा- 3 साल में बहुत कम वनडे खेले

इंदौर: न्यूजीलैंड के खिलाफ उनके शतक को तीन साल बाद पहला शतक बताने वाले प्रसारकों से खिन्न भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उन्होंने पिछले तीन साल में अलग अलग कारणो से काफी कम वनडे मैच खेले .

रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में अपना 30वां वनडे शतक लगाया . उसके बाद से प्रसारक लगातार यह दिखाते रहे कि जनवरी 2020 के बाद यह उनका पहला शतक है . आंकड़े भले ही सही हो लेकिन रोहित का कहना है कि इससे सही तस्वीर नहीं जा रही .

सब बातों को ध्यान में रखना चाहिये:
उन्होंने कहा कि तीन साल में भले ही यह पहला शतक हो लेकिन मैने इस दौरान 12 वनडे ही खेले . आपको पता होना चाहिये कि क्या हो रहा है . मुझे पता है कि प्रसारण के दौरान यह दिखाया गया लेकिन कभी कभी वो चीज भी ध्यान देना चाहिये . प्रसारक को भी सही चीज दिखाना चाहिये.यह पूछने पर कि क्या यह ‘हिटमैन’ की वापसी है, उन्होंने कहा कि जैसा कि मैने कहा कि 2020 में मैच नहीं थे . कोरोना के कारण सब घरों में बंद थे. हमने वनडे नहीं खेले और मैं चोटिल भी था. उन सब बातों को ध्यान में रखना चाहिये.

मुझे नहीं लगता कि किसी और ने ऐसा किया:
उन्होंने कहा कि हम पिछले साल टी20 क्रिकेट खेल रहे थे और उसमें इस समय सूर्यकुमार यादव से बेहतर बल्लेबाज कोई नहीं है . उसने दो शतक लगाये हैं और मुझे नहीं लगता कि किसी और ने ऐसा किया है. उन्होंने बताया कि मैच में कैसे शार्दुल ठाकुर, हार्दिक पंड्या और विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम को आउट करने की योजना बनाई. उन्होंने कहा कि इस प्रारूप में आपको अपने हुनर का इस्तेमाल करना है और शार्दुल के पास वह है . उसने शानदार गेंद पर टॉम लाथम को आउट किया . इसकी योजना विराट, हार्दिक और शार्दुल ने बनाई थी.

ज्यादा कुछ बोलने की जरूरत नहीं है:
कप्तान ने शतक बनाने वाले शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा कि इस श्रृंखला में जिस तरह उसने बल्लेबाजी की है, ज्यादा कुछ बोलने की जरूरत नहीं है . वह अपने खेल को समझता है और उसने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाई. इस जीत के साथ भारत वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया लेकिन रोहित ने कहा कि  ईमानदारी से कहूं तो रैंकिंग वगैरह से फर्क नहीं पड़ता . इस श्रृंखला से पहले हम चौथे स्थान पर थे . पता नहीं कैसे हम चौथे स्थान पर थे क्योकि हमने तो कोई श्रृंखला गंवाई थी. हम इस पर ज्यादा विचार नहीं करते . हर श्रृंखला से आत्मविश्वास बढता है. सोर्स-भाषा