जयपुर: शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स ढाई वर्ष के लंबे अंतराल के बाद फिर से चलने तो लगी लेकिन शुरुआत से ही लड़खड़ाने लग गई है. पर्यटकों की बुकिंग न मिलने के कारण शाही ट्रेन के शुरुआती 8 में से 5 टूर रद्द करने पड़े हैं. जो पांच टूर हुए हैं उनमें भी पर्यटन निगम को धेले भर की आय नहीं हुई वरन जेब से पैसे लगाने पड़े हैं. पर्यटन निगम को O&M मॉडल पर ऑपरेटर की तलाश है लेकिन यह तलाश अधूरी रही तो शाही ट्रेन को एक बार फिर यार्ड में कैद होना पड़ेगा.
कोरोना की चपेट में आकर दुनियाभर का पर्यटन ढांचा चरमरा गया था. पैलेस ऑन व्हील्स भी अछूती नहीं रही. दुनियाभर में पर्यटन गतिविधि ठप होने से शाही ट्रेन करीब ढाई वर्ष तक यार्ड में खड़ी रही. इसके बाद केंद्र सरकार ने भारत गौरव ट्रेन पॉलिसी लागू कर दी. इसके तहत अब पैलेस ऑन व्हील्स के संचालन के पेटे पर्यटन निगम को रेलवे के साथ ए सिरे से करार करना पड़ा. पुराना फॉर्मूला यानी संचालन के बदले रेलवे और पर्यटन निगम के बीच 56 अनुपात 44 की रेवेन्यू शेयरिंग बंद कर अब रेलवे प्रति ट्रिप हॉलेज शुल्क लेने लगा है. ऐसे में पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन अब महंगा सौदा है जिसे पर्यटन निगम ने जानकारी के बाद भी मंजूर कर लिया. पैलेस ऑन व्हील्स को दोबारा चलाने से पहले इसका फेम टूर करवाया गया और 12 अक्टूबर से नियमित संचालन भी शुरू कर दिया. इसी बीच यह तय किया गया कि शाही ट्रेन का पहले तीन महीने यानी दिसंबर तक पर्यटन निगम खुद संचालन करेगा और जनवरी से अगले पांच साल तक के लिए O&M मॉडल पर निजी ऑपरेटर को शाही ट्रेन अनुबंध पर सौंप दी जाएगी. चलिए अब आपको ग्राफिक्स के जरिए दिखाते हैं पर्यटन निगम की इस नीति का क्या फायदा हुआ और क्या नुकसान.
पैलेस ऑन व्हील्स के पहले 8 में से 3 टूर हो चुके हैं रद्द
चौथा, सातवां और आठवां टूर हो चुका है रद्द
अभी तक पांच टूर में कुल 159 पर्यटकों ने की है यात्रा
पांच में टूर में 410 पर्यटकों की क्षमता के विरुद्ध चले 159 पर्यटक
क्षमता का महज 38.78 फीसदी ही चल पाए हैं शाही ट्रेन में
एक टूर में 40 से कम पर्यटक बुकिंग से होता है नुकसान
पांच में से महज एक फेरे में 45 पर्यटकों की मिली है बुकिंग
ऐसे में अभी तक शाही ट्रेन का संचालन रहा है घाटे का सौदा
पैलेस ऑन व्हील्स के 5 फेरों में चले सबसे ज्यादा भारतीय
5 फेरों में 159 में से 49 भारतीय पर्यटकों ने की यात्रा
कुल पर्यटकों का 30.81 प्रतिशत रही भारतीयों की संख्या
अमेरिका के 38 पर्यटक 23.89 फीसदी, ब्रिटेन के 31 पर्यटक 19.49 प्रतिशत
पैलेस ऑन व्हील्स के संचालन के लिए निजी एजेंसी की तलाश
पर्यटन निगम के स्तर पर चल रही है प्रक्रिया
O&M मॉडल पर पर्यटन निगम ने मांगे हैं प्रस्ताव
पांच वर्ष के लिए निजी एजेंसी को दी जाएगी शाही ट्रेन
इसे दो वर्ष तक की अवधि के लिए और बढ़ाया जा सकेगा
2 दिसंबर तक जमा कराई जा सकेगी बिड
अभी तक करीब 4 ऑपरेटर्स ने दिखाई है रुचि
पैलेस ऑन व्हील्स के पहले 8 में से 5 फेरे ही चले हैं. तीन फेरे रद्द किए जा चुके हैं. दिसंबर में तीन फेरों की बुकिंग मिली है लेकिन अभी तक निजी ऑपरेटर फाइनल नहीं हुआ है. शाही ट्रेन के जो पांच टूर हुए हैं उनमें भी 410 के विरुद्ध महज 159 पर्यटक ही आए हैं और इन 159 में से भी 49 भारतीय हैं. यानी भारतीय पर्यटकों का प्रतिशत करीब 31 रहा है. ऐसे में भारतीय पर्यटकों के भरोसे शाही ट्रेन कब तक संचालित की जा सकेगी इसे लेकर पर्यटन निगम और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों में संशय बना हुआ है. उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द ही विदेशी पर्यटकों के आगमन में वृद्धि होगी शाही ट्रेन से भी संशय के बादल छंट जाएंगे.