जयपुर (दिनेश कसाना): राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) की ओर से गत दिनों आगामी भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया गया है, जिसके अनुसार आगामी 6 माह में 31 भर्ती परीक्षा आयोजित होगी.वहीं दूसरी तरफ पिछले दिनों हुई भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट्स भी लगातार जारी किए जा रहे हैं.पिछले एक सप्ताह में चयन बोर्ड की ओर से ANM और GNM भर्ती परीक्षा परिणाम जारी किया गया.जून माह में बोर्ड की ओर से पांच और भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जारी करने की तैयारी है.
युवाओं के लिए उम्मीदों भरा जून माह:
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जून वहां के अंत में 5 प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम जारी करेगा. इसलिए युवाओं के लिए ये माह बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है. चयन बोर्ड की ओर से सूचना सहायक भर्ती, कृषि पर्यवेक्षक,CHO, JRA और संगणक भर्ती के परिणाम जारी किए जाएंगे.
बोर्ड ने जारी किया ANM और GNM नर्सिंग भर्ती परिणाम:
कल चयन बोर्ड ने संविदा नर्सिंग जीएनएम भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किया.2338 पदों के लिए हुई भर्ती परीक्षा में बोर्ड ने दोगुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया हैं. बोर्ड चेयरमैन आलोक राज के अनुसार ये सूचियां पूरी तरह प्रोविजनल हैं.फिलहाल विज्ञापित पदों के वरीयता अनुसार दोगुना अभ्यर्थियों को पात्रता की जांच और दस्तावेजों के सत्यापन के लिए शॉर्ट लिस्ट किया गया है. इन सभी सफल अभ्यर्थियों के डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के बाद ही बोर्ड सफल अभ्यर्थियों की फाइनल सूची जारी करेगा.आपको बता दे कि 3 फरवरी 2024 को संविदा नर्स ANM और जीएनएम भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया गया था, इसी सप्ताह बोर्ड की और से 3058 पदों पर हुई ANM भर्ती परीक्षा परिणाम भी घोषित किया गया.
परीक्षा में 10% से अधिक प्रश्न के विकल्प खाली छोड़ना पडा भारी:
-बोर्ड ने 1500 अभ्यर्थियों को किया अपात्र घोषित
कर्मचारी चयन बोर्ड की और से जारी किए गए एएनएम और जीएनएम भर्ती परीक्षा परिणाम में करीब 2000 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित किया है. दरअसल भर्ती परीक्षा में धांधली रोकने के लिए बोर्ड में इस बार प्रश्न पत्र में हर प्रश्न के पांच विकल्प दिए गए, जिसमें अनुत्तरित प्रश्न के लिए E विकल्प दिया गया था, लेकिन जीएनएम भर्ती में 1500 अभ्यर्थी ऐसे थे, जिन्होंने 10% से अधिक प्रश्नों के विकल्प खाली छोड़ दिए. ऐसे में बोर्ड की ओर से उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया.वहीं एएनएम भर्ती में भी ऐसे करीब 500 अभ्यर्थी थे, जिन्हें इसी प्रक्रिया के तहत अपात्र घोषित किया गया है. बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज के अनुसार परीक्षा में धांधली की शिकायतों के बाद बोर्ड ने इस बार नियमों में बदलाव कर यह प्रक्रिया शुरू की, जिसके तहत 10% से अधिक प्रश्न के विकल्प नहीं भरने पर अपात्र घोषित करने और 10% से कम प्रश्नों के विकल्प नहीं भरने पर नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है.