RUHS को जल्द मिलेगा स्थाई "मुखिया" ! करीब नौ माह के लम्बे इंतजार के बाद कुलपति चयन के लिए हुए साक्षात्कार

जयपुरः पिछले नौ माह से कार्यवाहक कुलपति के भरोसे चल रहे राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि को जल्द ही नया मुखिया मिलेगा. राजभवन की तरफ से गठित हाईलेवल कमेटी ने 40 आवेदकों में से शॉर्टलिस्ट किए 8 वरिष्ठ चिकित्सकों से आज इंटरेक्शन किया. इस दौरान चिकित्सकों ने उनके पूर्व के प्रशासनिक अनुभवों से लेकर एकेडमिक सवाल किए गए. साथ ही ये भी पूछा गया कि RUHS को रिम्स बनाने की दिशा में वे कैसे अपना योगदान दे पाएंगे. 

कुलपति लगाने की कवायद अब तेज:
पिछले लम्बे समय से अलग अलग मामलों को लेकर चर्चाओं में चल रहे राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति लगाने की कवायद अब तेज हो गई है. राजभवन की तरफ से गठित चयन समिति ने आज कुलपति के लिए आवेदन करने वाले चिकित्सकों के इंटरव्यू लिए. समिति के अध्यक्ष SMS से सेवानिवृत्त प्रो.अरूण चोगले,RUHS नॉमिनी डॉ. विजयेंद्र कुमार,स्टेट गवर्मेंट नॉमिनी प्रमुख चिकित्सा सचिव गायत्री राठौड़ व ICMR प्रतिनिधि डॉ.संघमित्रा पाति ने इंटरव्यू के दौरान चिकित्सकों से "रिम्स" को फोकस करते हुए कई सवाल पूछे. इसके साथ ही विवि में एकेडमिक, रिसर्च के अलावा अन्य एक्टिविटी को लेकर भी चिकित्सकों से विस्तार से चर्चा की गई. जिन चिकित्सकों को इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया, उनमें एसएमएम के पूर्व अतिरिक्त प्राचार्य डॉ एसएम शर्मा, डॉ राजेश शर्मा, अजमेर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ वी बी सिंह, उदयपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य रहे डॉ. लाखन पोसवाल के अलावा डॉ.पंकजा, डॉ. योगेश सरीन, डॉ. भगवंत राय मित्तल और डॉ. प्रमोद गोविंदराव येवले का नाम शामिल रहा. 

क्या RUHS कुलपति की दौड़ से बाहर हो गए डॉ धनंजय अग्रवाल ?
RUHS कुलपति चयन समिति की बैठक के बाद शुरू हुई बड़ी चर्चा
कुलपति पद के लिए RIC में हुए इंटरव्यू में कुल आठ चिकित्सक शामिल
करीब डेढ़ घंटे चली प्रक्रिया में राजस्थान से डॉ. SM शर्मा,डॉ.राजेश शर्मा,
डॉ. वी बी सिंह व डॉ. लाखन पोसवाल से समित सदस्यों ने किया "Interaction"
इसके अलावा राजस्थान से बाहर के डॉ.पंकजा,डॉ. योगेश सरीन,डॉ. भगवंत राय मित्तल और
डॉ. प्रमोद गोविंदराव येवले के भी समिति सदस्यों ने बारीकी से जाने प्रशासनिक अनुभव, रिसर्च
सूत्रों के मुताबिक 40 आवेदकों में शॉटलिस्ट इन चिकित्सकों में से 3-4 का बनाया जाएगा पैनल
समिति की तरफ से तैयार इस पैनल में से ही मेरिट के आधार पर किया जाएगा कुलपति का चयन
लेकिन पूरी कवायद में चर्चा ये कि शॉटलिस्ट चिकित्सकों में क्यों नहीं आया डॉ धनंजय अग्रवाल नाम ?
क्योंकि पिछले नौ माह से बतौर कार्यवाहक वीसी के रूप में काम देख रहे है डॉ धनंजय अग्रवाल
ऐसे में अब सबकी निगाह राजभवन पर टिकी, जहां से लगेगी कुलपति के नाम पर फाइनल मुहर 

अब जैसे ही इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी हुई, वैसे ही प्रक्रिया में शामिल चिकित्सकों ने लॉबिंग शुरू कर दी है. अधिकांश चिकित्सक किसी ने किसी तरीके से पद पाने के लिए जुगाड़ में जुट गए है. लेकिन सूत्रों की माने तो डेढ़ घंटे चले इंटरव्यूह के आधार पर अब कमेटी तीन चार चिकित्सकों का पैनल बनाकर राजभवन भेजेगी, जहां से संभवतया एक पखवाड़े के भीतर मेरिट के आधार पर विवि के नए कुलपति का नाम घोषित किया जाएगा.