G-20 Summit: जी-20 में रूस और चाइना के शामिल नहीं होने एस जयशकंर ने दी प्रतिक्रिया, बोले- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता

नई दिल्लीः भारत में होने वाले जी20 समिट को लेकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपना हाथ पीछे खींच लिया है. ऐसे में दोनों ही देशों की ओर से मंत्री और प्रधानमंत्री को लीड करने के लिए भेजा जा रहा है. जहां समिट में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे. तो वहीं चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली कियांग भारत आएंगे. जिसपर अब भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. 

दोनों ही देशों की राष्ट्रपति का जी20 में भग नहीं लेना चर्चाओं का विषय बना हुआ. जिसपर अलग अलग तरह की अटकले भी लगाई जा रही है. कोई इसी दोनों देशों के साथ बिगड़ते संबध बता रहा हैं तो कोई कुछ. इसी बीच अब एस जयशंकर इस पर बयान देते हुए बोला है कि यह पहली बार नहीं है जब जी-20 में कोई राष्ट्राध्यक्ष न पहुंचा हो. पहले भी ऐसे कई मौके आए हैं. 

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता- एस जयशकंर
उन्होंने कहा कि अलग-अलग समय पर जी-20 में कोई न कोई राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री रहे हैं जो किसी ना किसी कारण से नहीं आ पाये है. और उन्होंने अपने देश से प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी और को भेजा है. ये कोई पहली बार नहीं है. इससे फर्क नहीं पड़ता. मायने यह रखता है कि उस देश का पक्ष और स्थिति क्या है और वह इसी बात से साफ हो जाता है कि वह अपने किस प्रतिनिधि को जी-20 के लिए भेजता है. मुझे लगता है कि जी-20 में सभी काफी गंभीरता के साथ आ रहे हैं. जिसपर चर्चा की जायेगी. 

वहीं अगर बात करें जी20 की मेजबानी की तो हर साल हर एक देश इसकी मेजबानी करता है. प्रतिवर्ष अलग अलग देश में आयोजित की जाती है. इसमें सभी देश एक मेज पर बैठकर वैव्श्रिक मुद्दों पर चर्चा करते है. जिसपर सभी की राय ली जाती है जिसके तहत मुद्दे से आगे कैसे निपटा जा सकता है उसपर एक रणनीति भी बनायी जाती है.