जयपुरः भजनलाल सरकार ने खेमराज कमेटी की रिपोर्ट का अनुमोदन तो कर दिया,लेकिन कमेटी का मूल मकसद दूर नहीं हुआ है. रिपोर्ट अनुमोदन बाद वित्त विभाग ने खेमराज कमेटी रिपोर्ट आधार पर कुछ श्रेणियों में विसंगति दूर करने की कोशिश तो की है,लेकिन उसके समकक्ष अन्य पदों को लेकर मौन हैं और ऐसे में समस्या जस की तस बनी हुई है.
खेमराज कमेटी की रिपोर्ट लागू करने को लेकर साइड इफेक्ट्स सामने आ रहे हैं. हाल ही में वित्त विभाग के जारी आदेश में कुछ संवर्गों की वेतन विसंगति दूर करने की कोशिश की गई है लेकिन उसके समकक्ष दूसरे विभागों के अन्य पदों को लेकर स्थिति साफ न होने से असंतोष और बढ़ गया है.
कई कैडरों के वेतनमान विसंगति निवारण संबंधी आदेश तो कर दिए जारी
पैरामेडिकल संवर्ग के सभी कैडरों का वेतनमान L-8 कर दिया
लेकिन पैरामेडिकल के अंतर्गत ही आते हैं डेंटल टेक्निशियन भी,लेकिन डेंटल टेक्नीशियन का वेतनमान नहीं बढ़ाया गया.
डेंटल टेक्नीशियन के साथ भेदभाव करने की आई शिकायत सामने
डेंटल टेक्निशियन संवर्ग उतरा विरोध में
वहीं वन विभाग के इस श्रेणी के कर्मियों को नहीं मिली राहत
वन रक्षक या फॉरेस्ट गार्ड का वेतनमान पुलिस सेवा के समान करने की थी मांग
लेकिन उनके हाथ लगी सिर्फ मायूसी
वहीं पुलिस विभाग के भी कुछ पदों में विसंगति जस की तस बनी रहने की शिकायत सामने आई है.
उधर लैब टैक्नीशियन की भी वर्षो से वेतन विसंगति दूर करने की मांग अनसुनी रह गई है.
ऐसे में कर्मचारी नेता गजेन्द्र सिंह और अन्य कर्मचारी सभी समकक्ष कैडरों में वेतन विसंगति दूर करने और सामंत,खेमराज कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में अब बवाल और बढ़ रहा है और असंतोष के कारण अब कर्मचारी संघ आंदोलन की राह पर हैं.