सवाई माधोपुरः तूफानी बारिश ने सवाई माधोपुर क्षेत्र में हा हा कार मचा दिया है. गांव जलमग्न हो गए है. शहरी क्षेत्र के निचले इलाकों में पानी भर गया है. ऐसे में लोग डूबने और बहने लगे है. रेल यातायात पर भी जमकर असर पड़ा है. रेलवे स्टेशन जलमग्न हो रहा है. रेलवे स्टेशन के चार प्लेटफार्म में से प्लेटफार्म संख्या 1, 3 और 4 पूरी तरह से पानी से घिरे है. बहुत ही कम स्पीड में प्लेटफार्म संख्या 2 से ही ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. ऐसे में दिल्ली, मुंबई और जयपुर से आने वाली ट्रेन करीब 4 से 5 घंटे की देरी से संचालित हो पा रही है. दोपहर के समय देवपुरा स्टेशन के पास धमून पुलिया के नीचे भी मिट्टी का कटाव हुआ.
पहली बार रेलवे स्टेशन जलमग्नः
जिसके चलते 2 से 3 घंटे तक सवाई माधोपुर और चौथ का बरवाड़ा के बीच ट्रेनें अटकी रही. सूचना पर दौड़े रेलवे के इंजीनियर और पुलिया के कटाव को दुरुस्त किया. रेलवे स्टेशन अधीक्षक लोकेंद्र मीणा लगातार रेल संचालन की व्यवस्थाओं में जुटे हैं. खुद रेल प्रशासन हैरान कि इस वर्ष पहली बार रेलवे स्टेशन जलमग्न हुआ है. ऐसे में बड़ी गंभीरता के साथ प्राकृतिक बहाव के क्षेत्र के अवरोधों को दूर करना होगा.
ट्रैक्टर ट्रॉली अचानक पलटीः
एक ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर रेस्क्यू SDRF टीम ऑपरेशन से के लिए जा रही थी. टीम के सदस्यों के साथ कुछ नाव भी ट्रैक्टर ट्रॉली में बताई जा रही है. बरसाती पानी के बहाव में ट्रैक्टर ट्रॉली अचानक पलट गई है. हालांकि टीम के सदस्यों ने तुरंत से संभाल लिया खुद को और आगे के लिए रवाना हुए. राहत टीम को ले जा रही ट्रैक्टर ट्रॉली के हादसे के शिकार होने का वीडियो वायरल हो रहा है. हालांकि फर्स्ट इंडिया वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
रणथंभौर दुर्ग मार्ग तबाहः
जंगल क्षेत्र से भारी जल प्रवाह ने रणथंभौर दुर्ग मार्ग को तबाह कर दिया है. रणथंभौर के जंगल का हाल गोमुखी मिश्र दर्रा के हालात बयां कर रहा है. मिश्र दर्रा पर पानी का प्रवाह जलप्रपात जैसा नजर आ रहा है. गणेश धाम से जोगी महल गेट तक पूरी तरह से रास्ता क्षतिग्रस्त हो चुका है. आगामी 26 अगस्त से 28 अगस्त तक त्रिनेत्र गणेश का वार्षिक मेला आयोजित होगा. ऐसे में वन विभाग के सामने गणेश चतुर्थी तक रास्ता दुरुस्त करना एक चुनौती है. पानी के तेज प्रवाह के थमने से पहले किसी भी तरह का मरम्मत कार्य संभव नहीं है.