जयपुर : प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस समेत 30 अस्पताल में "मुखिया" लगाने के लिए एकबार फिर से तलाश शुरू हो गई है. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने करीब आठ माह पूर्व शुरू हुई अधीक्षक पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया को निरस्त करते हुए वापस आवेदन मांगे है. आवेदन के लिए 6 नवम्बर तक का समय निर्धारित किया गया है, जिसके बाद इंटरव्यूह के आधार पर अधीक्षक पद के लिए योग्य चिकित्सकों को जिम्मेदारी दी जाएगी.
राजस्थान के छह मेडिकल कॉलेजों से अटैच 30 अस्पतालों में नए अधीक्षक के लिए फिर से काउंटडाउन शुरू हो गया है. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इन अस्पतालों के लिए 30 अगस्त को इंटरव्यूह लिए थे, लेकिन उसमें अधिकांश जगह के लिए काफी कम ऑप्शन आए. कुछ अस्पताल तो ऐसे थे, जहां के लिए चयन समिति को दो-दो चिकित्सकों के नाम भी ऑप्शन के रूप में नहीं मिले. ऐसे में कम ऑप्शन होने के चलते पूरी प्रक्रिया करते हुए फिर से आवेदन मांगे गए है. विभागीय विज्ञप्ति के मुताबिक एसएमएस मेडिकल कॉलेज से अटैच आठ अस्पताल, अजमेर मेडिकल कॉलेज से अटैच दो, बीकानेर मेडिकल कॉलेज से अटैच चार, जोधपुर मेडिकल कॉलेज से अटैच सात, कोटा मेडिकल कॉलेज से अटैच पांच और उदयपुर मेडिकल कॉलेज से अटैच चार अस्पतालों में नए अधीक्षक लगाए जाएंगे. अधीक्षक पद के लिए आवेदन पत्र के साथ प्रशासनिक अनुभव के अलावा अन्य तरह के प्रमाण पत्र भी मांगे गए है, ताकि चिकित्सक की योग्यता का आंकलन रिकॉर्ड के आधार पर किया जा सके.
इन अस्पतालों को मिलेंगे नए मुखिया
एसएमएस मेडिकल कॉलेज : एसएमएस अस्पताल, एसएसबी अस्पताल, जेके लोन अस्पताल, पं दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, कांवटिया अस्पताल, एसआर गोयल सेटी कॉलोनी चिकित्सालय, बनीपार्क सैटेलाइट हॉस्पिटल, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट
अजमेर मेडिकल कॉलेज : जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, राजकीय सैटेलाइट हॉस्पिटल
बीकानेर मेडिकल कॉलेज : पीबीएम, एसडीएस राजकीय जिला चिकित्सालय, सेठ शिवप्रताप पूनमचंद भट्ठड राजकीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगाशहर, सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल
जोधपुर मेडिकल कॉलेज : मथुरादास माथुर अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल, राजकीय सैटेलाइट अस्पताल चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, जिला अस्पताल पावटा, श्री शिवराम नत्थु टांक राजकीय सैटेलाइट चिकित्सालय, राजकीय जिला अस्पताल महिला बाग, राजकीय जिला अस्पताल प्रतापनगर,
कोटा मेडिकल कॉलेज : एमबीएस चिकित्सालय, जेके लोन चिकित्सालय, नवीन चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय रामपुरा, सुपरस्पेशिटी अस्पताल
उदयपुर मेडिकल कॉलेज : महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय, सुन्दर सिंह भण्डारी जिला चिकित्सालय चांदपोल, श्री खेमराज कटारा सैटेलाइट अस्पताल और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में अधीक्षक पद के लिए भले ही फिर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू की हो, लेकिन पुराने अनुभवों को देखते हुए योग्य चिकित्सकों से पहले संवाद भी जरूरी है. क्योंकि पूर्व में भी आवेदन की प्रक्रिया में अधिकांश प्रमुख चिकित्सकों ने दूरी बनाई थी. नतीजा ये निकला कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज के आठ अस्पताल के लिए मात्र 11 आवेदन आए. हालांकि, इसके पीछे प्रमुख चिकित्सकों के अलग-अलग तर्क है, लेकिन यदि हाईलेवल से संवाद बनाकर बेहतर चेहरे की तलाश की जाए तो काफी बेहतर प्रशासक मिलने की उम्मीद है.