धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का संस्कार हैं- मुख्तार अब्बास नकवी

धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का संस्कार हैं- मुख्तार अब्बास नकवी

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द और सहिष्णुता भारत का संस्कार हैं. 

यहां भारतीय बौद्ध संघ द्वारा आयोजित "सामाजिक समरसता सम्मेलन" में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता" भारत का संस्कार है. भारत आज पूरी दुनिया के लिए सामाजिक समरसता, भाईचारे, सहिष्णुता की मिसाल है. भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहाँ सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले करोड़ों लोग शांति, सौहार्द के साथ रह रहे हैं.  नकवी ने कहा कि महात्मा गौतम बुद्ध सामाजिक सौहार्द और समावेशी संस्कृति के सार्थक "सन्देशवाहक" हैं, उनके शिक्षा-सिद्धांत संसार के संकट के सार्थक समाधान के सबक हैं. 

गौतम बुद्ध सामाजिक समानता, सौहार्द के पक्षधर थे. उनका मानना था कि जाति, वर्ण आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "बिना भेदभाव के विकास", "सम्मान के साथ सशक्तिकरण" के मंत्र के साथ काम कर रहें हैं. सोर्स- भाषा