शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 194 अंक टूटा

मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को भारी उतार-चढ़ाव के बीच लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 194 अंक टूटकर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच बैंक,धातु और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरू में बढ़त के साथ खुला. लेकिन अंत में यह 193.70 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62,428.54 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 263.1 अंक तक लुढ़क गया था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 46.65 अंक यानी 0.25 की गिरावट के साथ 18,487.75 अंक पर बंद हुआ. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में चुनौतियों के बावजूद घरेलू बाजार में कंपनियों के चौथी तिमाही में वित्तीय परिणाम अच्छे रहे हैं. इसके साथ जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही. इससे बाजार में इस सप्ताह तेजी का रुख रहा है.उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि बाजार आज कुछ नुकसान में रहा. इसका एक कारण बैंकों में भारी मुनाफावसूली रही. अमेरिका में कर्ज सीमा बढ़ाये जाने के बाद मुद्रास्फीति दबाव बढ़ने की आशंका में निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया.

सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल 3.42 प्रतिशत और कोटक महिंद्रा बैंक 3.31 प्रतिशत नीचे आया. इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और मारुति भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, नेस्ले, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक शामिल हैं. इस बीच, संस्थागत निवेशकों ने कोल इंडिया के शेयरों में अच्छी लिवाली की. यह चालू वित्त वर्ष में सरकार की पहली शेयर बिक्री है. पेशकश के पहले दिन 6,500 करोड़ रुपये की बोलियां आई हैं.

मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तपसे ने कहा, ‘‘कोल इंडिया में चार प्रतिशत की गिरावट आई. इसका कारण सरकार की बिक्री पेशकश है जिसमें न्यूनतम मूल्य 225 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. इस घोषणा से निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा और बाजार में मुनाफावसूली हुई. बीएसई स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों से जुड़े सूचकांक) और मिडकैप (मझोली कंपनियों के सूचकांक) इंडेक्स क्रमश: 0.61 प्रतिशत और 0.11 प्रतिशत मजबूत हुए. देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में उम्मीद से अधिक 6.1 प्रतिशत रही है. इसके साथ पूरे वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर अनुमान से ज्यादा 7.2 प्रतिशत रही है.

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहे.यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.48 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल बने हुए हैं. उन्होंने बुधवार को 3,405.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. सोर्स भाषा