शरद पूर्णिमा: 28 अक्टूबर को चन्द्रग्रहण के दौरान बंद रहेंगे जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के पट, रात्रि में नहीं लगेगा खीर का भोग

शरद पूर्णिमा: 28 अक्टूबर को चन्द्रग्रहण के दौरान बंद रहेंगे जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के पट, रात्रि में नहीं लगेगा खीर का भोग

पुष्कर: तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित जगत पिता ब्रह्मा मंदिर में इस बार अश्विनी शुक्ल पक्ष पूर्णिमा यानी शरद पूर्णिमा के अवसर पर भगवान को देर रात खीर का भोग नहीं लगेगा. साथ ही सूतक काल के दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे. इस दौरान मंदिर के सभी धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक रहेगी. 

पुष्कर के जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के पुजारी लक्ष्मी निवास वशिष्ठ ने बताया कि 28 अक्टूबर को चन्द्रग्रहण होने के कारण ब्रह्मा मन्दिर के गर्भगृह एवं व मुख्य द्वार को बन्द करने एवं पुनः खोलने की व्यवस्था को लेकर मंदिर अस्थायी प्रबंध समिति के सचिव उपखंड अधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में बताया गया है कि आश्विन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शनिवार को भारत में चन्द्रग्रहण दृश्यमान होगा. यह भारत में दृश्य होने के चलते मान्य होगा. 

इस दिन अपरान्ह 4 बजकर 5 मिनट पर चन्द्र ग्रहण का सूतक प्रारम्भ हो जाएगा और सूतक लगने से पूर्व ब्रह्मा मन्दिर के गर्भगृह का द्वार तथा मन्दिर का मुख्य द्वार सभी श्रद्धालुओं के लिय बन्द कर दिए जाएंगे. चन्द्रग्रहण की शुद्धि 28 अक्टूबर को रात्रि में 2 बजकर 23 मिनट पर होगी. ग्रहण की शुद्धि के बाद मन्दिर का निज गर्भगृह का द्वार और मुख्य द्वार 29 अक्टूबर 2023 को प्रातः कालीन मंगला आरती के समय सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर खोला जाएगा. आश्विन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा यानी शरद पूर्णिमा पर सूतक काल और ग्रहणकाल होने के कारण इस बार रात्रि में भगवान के खीर का भोग भी नहीं लगाया जाएगा.