केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोले- ‘डिग्री’ के बजाय कौशल और दक्षता भविष्य को संचालित करेगी

भुवनेश्वर: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि ‘डिग्री’ के बजाय कौशल और दक्षता भविष्य को संचालित करेगी तथा नवाचार एवं प्रौद्योगिकी के चलते पुरानी नौकरियां खत्म होनी शुरू हो गई हैं. प्रधान इस सप्ताहांत तीसरी जी20 कार्य समूह बैठक से पहले यहां एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.

प्रधान ने सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि डिग्री के बजाय कौशल और दक्षता भविष्य को संचालित करेगी. ईश्वर के उपहार के रूप में मिली मानव बुद्धिमत्ता की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के साथ निरंतर प्रतिस्पर्धा होगी. उन्होंने कहा कि अनियंत्रित नवाचार और प्रौद्योगिकी के चलते पुरानी नौकरियां खत्म हो रही हैं. नयी तरह की नौकरियां उभर रही हैं, लेकिन हमारे कार्यबल को लगातार कौशल प्रदान करने, दोबारा कौशल प्रदान करने और अतिरिक्त कौशल बढ़ाने की जरूरत है. इसलिए, हमें भविष्य की नौकरियों के लिए युवाओं को तैयार करने के नये तौर तरीकों के बारे में सोचना चाहिए. मंत्री ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान आधारित और प्रौद्योगिकी चालित होगी.

उन्होंने कहा कि अपने सभ्यागत लोकाचार से दिशानिर्देशित और प्रतिभा, बाजार एवं संसाधनों के एक नैसर्गिक केंद्र के रूप में भारत 21वीं सदी की वैश्विक आकांक्षाओं को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाने जा रहा है. उन्होंने कहा कि इंटरनेट और वैश्विक कनेक्टिविटी ने हमें वैश्विक जरूरतों के बारे में सोचने का एक अवसर दिया है. सम्मेलन के दौरान, उद्योग जगत, अकादमिक जगत के लोग और स्टार्टअप परिवेश तथा अन्य हितधारक भारत को कौशलयुक्त कार्यबल का एक वैश्विक केंद बनाने पर मंथन करेंगे. सोर्स- भाषा