उपचुनाव में भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग! हर सीट पर दो-दो मंत्रियों को किया तैनात

जयपुरः भले ही राजनीतिक दल जातिवाद की बात नहीं करें. लेकिन बगैर जातीय सियासत के चुनाव में जीत हार की रणनीति नहीं बनती. यहीं कारण है कि बीजेपी ने सात विधानसभा उपचुनाव में मंत्रियों को चुनावी मैनेजमेंट के साथ ही सोशल इंजीनियरिंग का अहम टास्क भी सौंपा है. जाति को बैलेंस करना मंत्रियों के सामने चुनौती है. झुंझुनू में खाद्य मंत्री सुमित गोदारा और सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, खींवसर में udh मंत्री झाबर सिंह खर्रा और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत चौरासी में मंत्री बाबू लाल खराड़ी और पूर्व मंत्री महेन्द्र जीत मालवीय, सलूंबर में राजस्व मंत्री हेमंत मीना और पूर्व मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, दौसा में कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा और गृह राज्य मंत्री जवाहर बैडम, रामगढ़ में वन मंत्री संजय शर्मा और सहकारिया मंत्री गौतम कुमार दक, देवली उनियारा में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और पीएचडी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी. 

सात विधानसभा उप चुनावों में बीजेपी संगठन के साथ ही भजन लाल शर्मा के सिपहसालार मंत्री भी महत्व पूर्ण जिम्मेदारियों को संभाल रहे है. दौसा , देवली उनियारा, झुंझुनूं,खींवसर जातीय राजनीति बहुल सीटें है. चौरासी और सलूंबर ट्रबल पॉलिटिक्स को इंगित करती है तो रामगढ़ सीधे तौर पर हिन्दू और मुस्लिम को. हिन्दू वोट विभाजित होते ही कांग्रेस जीत जाती है तो मुस्लिम मेव वोट विभाजित होते ही बीजेपी. अभी तक का रामगढ़ का यही ट्रेंड है. भजन लाल शर्मा सरकार के मंत्री टास्क पर है. झुंझुनू में खाद्य मंत्री सुमित गोदारा और सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, खींवसर में udh मंत्री झाबर सिंह खर्रा और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत चौरासी में मंत्री बाबू लाल खराड़ी और पूर्व मंत्री महेन्द्र जीत मालवीय, सलूंबर में राजस्व मंत्री हेमंत मीना और पूर्व मंत्री श्री चंद कृपलानी, दौसा में कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा और गृह राज्य मंत्री जवाहर बेढम, रामगढ़ में वन मंत्री संजय शर्मा और सहकारिया मंत्री गौतम कुमार दक, देवली उनियारा में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और पीएचडी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी 

 --- झुंझुनूं में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग
जाट और माली वर्ग के मंत्री को सौंपा टास्क--- 
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा को टास्क 
गोदारा को पश्चिमी राजस्थान का बड़ा जाट नेता कहा जाता है
सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के पास जिम्मा
अविनाश गहलोत साधेंगे मूल ओबीसी को
मारवाड़ के माली वर्ग के बड़े नेता है अविनाश गहलोत 
जाट और माली वर्ग के वोट झुंझुनूं में बहुतायत में
जाट बेल्ट के तौर पर झुंझुनूं को जाना जाता है
माली वर्ग के वोट निर्णायक तौर पर कहे जाते है

 --- खींवसर में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा को टास्क 
हनुमान के गढ़ में जाट वोटों को भेदने का टास्क
शेखावाटी के कद्दावर जाट नेता है झाबर सिंह
खास बात है हनुमान के पिता और झाबर के पिता एक साथ विधायक रह चुके
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत की भी खींवसर में तैनाती
सुरेश सिंह रावत का निर्वाचन क्षेत्र पुष्कर सटा है नागौर जिले से

--- दौसा में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
मुख्य मोर्चा संभाले हुए कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा
छोटे भाई के चुनाव लड़ने से उनकी जिम्मेदारी भी अधिक
मीणा वोट बैंक को लामबंद करने की चुनौती 
क्योंकि दौसा का मीणा परम्परा अनुसार कांग्रेसी माना जाता है
हालांकि सामने कोई भी कद्दावर मीणा नेता मुकाबले में नहीं होने से लाभ
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम के सामने बड़ा टास्क
गुर्जर समाज के वोटों को साधना उनके जिम्मे 
हालांकि पायलट फैक्टर दौसा के गुर्जरों पर सिर चढ़ कर बोलता है
यही बड़ी चुनौती है जवाहर सिंह बेढम के सामने 

--- देवली उनियारा में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
दो महत्वपूर्ण मंत्रालय पानी बिजली के मंत्रियों का देवली उनियारा में डेरा
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के पास टास्क
उनके गृह जिले कोटा से सटा है देवली उनियारा विधानसभा सीट
देवली उनियारा के मूल ओबीसी वोट पर नागर की नजर
 PHED मंत्री कन्हैया लाल चौधरी के पास बड़ी जिम्मेदारी
उनके समाज जाट वर्ग के वोट यहां बहुतायत में
स्थानीय सियासत के सामाजिक ताने बाने को समझते है चौधरी 
वो खुद भी टोंक जिले के मालपुरा सीट से विधायक

--- रामगढ़ में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
 वन मंत्री संजय शर्मा के पास बड़ा जिम्मा
सामान्य वर्ग के वोटों की लामबंदी करना
बीजेपी नेतृत्व के भरोसे पर उतरना
संजय शर्मा का निर्वाचन क्षेत्र अलवर सटा है रामगढ़ से 
सहकारिया मंत्री गौतम कुमार दक को भी यहीं की कमान
गौतम दक का स्थानीय हिन्दू वोट बैंक की एकता पर फोकस

--- चौरासी में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
जनजाति विकास मंत्री बाबू लाल खराड़ी की तैनाती 
आदिवासी ट्राइबल वोट बैंक के मद्देनजर खराड़ी के समक्ष बड़ी चुनौती
भारतीय आदिवासी पार्टी में जा रहे बीजेपी वोट के बिखराव को थामना 
यहां 80फीसदी से अधिक है ट्राइबल ST वर्ग की आबादी
ट्राइबल की पॉलिटिक्स के यहां पूर्व मंत्री महेंद्रजीत मालवीय भी तैनात
मालवीय यहां कांग्रेस की इक्वेशन पर भी फोकस रखेंगे 

---सलूंबर में बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग 
राजस्व मंत्री हेमंत मीना को मोर्चे पर लगाया
हेमंत के पिता नन्द लाल मीणा माने जाते रहे है क्षेत्र के बड़े ट्राइबल लीडर 
बीजेपी के परंपरागत ST वोट बैंक पर रहेगी नजर
उनके साथ पूर्व मंत्री और विधायक श्रीचंद कृपलानी भी तैनात
सामान्य वर्ग के वोट बैंक के बीच रहेगी कृपलानी की पकड़