जयपुर: पेपर लीक मामले में SOG ADG वीके सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस साल राजस्थान में 100 एग्जाम बिना किसी गड़बड़ी के हुए हैं. जो पूरी तरह से साफ सुथरी और शुद्ध है. पिछले 6 महीने में परीक्षा गड़बड़ी में अंकुश लगा है.
इस साल SOG में परीक्षा गड़बड़ी के 38 FIR दर्ज हुई हैं. कल तीन आरोपी पकड़े गए, उनमें ओपी ढाका,जगदीश विश्नोई पेपर आउट करने में मुख्य आरोपी है. वहीं छम्मी विश्नोई भी इस गिरोह में मुख्य भूमिका में है.
सरकारी टीचर होते हुए भी वो नकल गिरोह में शामिल थी. TSP एरिया में बड़ी संख्या में डमी कैंडिडेट बैठे हैं. डमी कैंडिडेट परीक्षा में बैठाने वाली गैंग राजस्थान में सक्रीय है. ओपी ढाका के छम्मी विश्नोई के खिलाफ पूर्व में मुकदमे दर्ज हो रखे है.
बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, सिरोही सहित अन्य जगह गड़बड़ी मिली है. बांसवाड़ा टीम ने बहुत बेहतरीन काम किया है. 2022 में जो PTI की परीक्षा हुई उसमे 1336 लोगों ने OPJS डिग्री का बताया था. उसमे से 86 लोगों की नौकरी भी लग गई.
मेवाड़ यूनिवर्सिटी और OPJS यूनिवर्सिटी पूरी तरह से रडार पर है. स्पोर्ट्स के फर्जी सेटिफिकेट लगाकर नौकरी करने वालों को भी गिरफ्तार किया गया है. SIT हेल्पलाइन में अब तक 2670 परिवाद हम लोगों को प्राप्त हुए हैं.
हेल्पलाइन में हम लोगों को काफी सहयोग मिल रहा है. जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने कार्रवाई कर बेहतरीन काम किया है. इस टीम को हम लोग सलाम और धन्यवाद देते हैं.
अब तक 92 सरकारी लोगों की भूमिका पाई गई है. जिसके बारे में विभाग को बता दिया गया है. इन में से काफी लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया हैं. ओमप्रकाश ढाका की मां सांचौर इलाके में प्रधान है.
कौन-कौन लोग मामले में शामिल है उनको लेकर जांच की जा रही है. ओम प्रकाश ढाका पिछले काफी दिनों से सरेंडर करना चाहता था. अलग-अलग चैनलों के माध्यम से शर्तों के साथ सरेंडर करना चाहता था.
लेकिन हमने मना कर दिया कि किसी तरह की रियायत नहीं देंगे. सुरेश ढाका ने भी शर्तों पर सरेंडर करने के लिए संपर्क किया. सुरेश ढाका इंडिया से बाहर नहीं है जल्द ही पकड़ में आ जाएगा.