जयपुर: इस बार विश्व पर्यावरण दिवस खास रहने वाला है सुबह के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विश्व पर्यावरण दिवस पर सुबह 6:00 बजे रन फॉर एनवायरमेंट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस दौरान आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में नए कंजर्वेशन रिजर्व, प्रदूषण जांच केंद्र और विभिन्न नीतियों का विमोचन भी करेंगे.
विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यस्तरीय समारोह
कल सुबह 6:00 बजे अल्बर्ट हॉल पर होगा राज्यस्तरीय समारोह
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी करेंगे अध्यक्षता
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत होंगी विशिष्ट अतिथि
राजस्थान ई वेस्ट प्रबंधन नीति का विमोचन
राजस्थान जलवायु परिवर्तन नीति का विमोचन
राजस्थान वन नीति 2023 का विमोचन
आद्र भूमि की अधिसूचनाओं का विमोचन
राजस्थान में प्लास्टिक वेस्ट इन्वेंटराइजेशन प्रतिवेदन का विमोचन
राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड ब्रोशर का विमोचन
33 नए CAAQM स्टेशंस का उद्घाटन
इंटीग्रेटेड रिसोर्सेज रिकवरी पार्क थोलाई जमवारामगढ़ का शिलान्यास
खेतड़ी बांसियाल संरक्षण रिजर्व में सफारी का उद्घाटन
हैक द वेस्ट हेकाथोन विजेताओं को पुरस्कार वितरण
रन फॉर एनवायरनमेंट को भी हरी झंडी दिखाएंगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
पर्यावरण जनजागृति एवं कचरा प्रबंधन पर लगाई प्रदर्शनी का करेंगे उद्घाटन
कल विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत सुबह 6 बजे अल्बर्ट हॉल से 'रन फॉर एनवायरमेंट' के साथ होगी जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करने के लिए दौड़ेंगे. पर्यावरण दिवस इस बार इसलिए भी खास रहने वाला है कि एसीएस शिखर अग्रवाल के नेतृत्व में विभाग ने सूबे के मुखिया सीएम अशोक गहलोत से कुछ खास घोषणाएं करवाने का ताना बाना तैयार किया है. विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश के पांचवें टाइगर रिजर्व के तौर पर धौलपुर टाइगर रिजर्व की आधिकारिक घोषणा, तीन नए कंजर्वेशन रिजर्व, मनसा माता और खेतड़ी बांसियाल में सफारी की शुरुआत और कुछ वेटलैंड्स की घोषणा भी की जाएगी. धौलपुर के दमोह को वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के तौर पर भी अधिसूचित किया जाना प्रस्तावित है. राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, एसीएस शिखर अग्रवाल, प्रदूषण मंडल के चैयरमेन नवीन महाजन, हॉफ, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
इसी दिन प्रदूषण मंडल की तरफ से प्रदेश के सभी 33 जिलों में CAAQM स्टेशंस की स्थापना की औपचारिक शुरुआत की जाएगी. अब प्रदेश में बरसात की तरह ही जिला मुख्यालयों पर प्रदूषण के स्तर को लेकर चेतावनी भी जारी की जा सकेगी. साथ ही प्रदूषण यानी वायु की गुणवत्ता को लेकर भी सटीक जानकारी मिल सकेगी. दरअसल विश्व पर्यावरण दिवस पर वृहद कार्यक्रमों की श्रृंखला के आयोजन के पीछे एक ही उद्देश्य है कि आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके और उद्योग जगत को भी संदेश दिया जा सके कि पर्यावरण को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा, इसलिए उद्योग भी अपनी जिम्मेदारी समझें और सुरक्षित पर्यावरण में अपना योगदान दें.