जयपुर: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्देश पर खान विभाग द्वारा अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ 15 जनवरी से चलाये जा रहे राज्यव्यापी अभियान में 489 स्थानों पर अवैध खनन सहित अवैध खनन गतिविधियों के 2283 प्रकरण सामने आ चुके हैं. प्रदेश में पहलीवार बड़ी मशीनों और उपकरणों की जब्ती के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस कार्यवाही व गिरफ्तारी की गई है.
खान एवं पेट्रोलियम सचिव आनन्दी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन गतिविधियों को समूल समाप्त करने के उद्देश्य से राज्य व्यापी अभियान का संचालन खान, राजस्व, परिवहन, पुलिस और वन विभाग द्वारा जिला कलक्टरों के मार्गदर्शन में संयुक्त रुप से किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा शुरु किये गये नियंत्रण कक्ष में प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही पर जोर देते हुए 24 घंटे में कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है.अभियान में केवल अवैध खनिज परिवहन करते वाहनों पर कार्यवाही के स्थान पर पहली बार अवैध खनन गतिविधियों के स्रोत पर कार्यवाही पर जोर दिया गया है. यही कारण है कि प्रदेश में 15 जनवरी से 29 जून तक की अवधि में 2283 कार्यवाहियों में 489 अवैध खनन, 383 अवैध खनिज भण्डारण और 1421 अवैध परिवहन के प्रकरण सामने आ चुके हैं.
प्रदेश में सर्वाधिक 149 कार्यवाही भीलवाड़ा जिले में हुई हैं. चित्तोड़गढ़ और कोटा में 100-100 कार्रवाई व अन्य जिलों में इससे कम प्रकरण सामने आये हैं. अभियान के दौरान प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज 520 एफआईआर और 243 गिरफ्तारी में सर्वाधिक 56 एफआईआर टोंक में धौलपुर में 43 और शेष अन्य स्थानों पर दर्ज हुई है. अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी में झालावाड़ में 33 गिरफ्तारी हुई है. टोंक में 30, धौलपुर में 25, जालौर में 24 व शेष प्रदेश के अन्य स्थानों पर हुई है. अभियान के दौरान अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त वाहनों के साथ ही बड़ी मशीनरी और उपकरणों को जब्त करने पर जोर दिया गया है. प्रदेष में पहली बार अभियान के दौरान 47 एक्सक्वेटर, 67 जेसीबी और 5 क्रेन जब्त करने के साथ ही 1604 वाहन जब्त किये गये हैं.
भीलवाड़ा में 3 और जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में 2 क्रेन जब्त की गई हैं वहीं 5 एक्सक्वेटर बाड़मेर में जब्त किये हैं. नीम का थाना और अजमेर में 4-4 एक्सक्वेटर और भीलवाड़ा, जयपुर ग्रामीण, जैसलमेर में 3-3 एक्सक्वेटर और बाकी अन्य स्थानों पर जब्त किये गये हैं. उदयपुर में 6 जेसीबी, भीलवाड़ा, झालावाड़, में 5-5 जेसीबी और बाकी अन्य स्थानों पर जब्त की गई है. राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक 10 करोड़ 79 लाख रु. से अधिक का 2 लाख 17 हजार 563 टन खनिज संपदा जब्त की जा चुकी है. प्रदेश में सर्वाधिक एक करोड़ 80 लाख रु. की 8494 टन अवैध खनि संपदा हनुमानगढ़ और एक करोड़ 7 लाख 65 हजार रु. का 24813 टन खनिज जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में जब्त की गई है. अभियान में 9 करोड़ 27 लाख 78 हजार रु. की वसूली की गई है. इसमें सर्वाधिक वसूली में भीलवाड़ा 59.69 लाख, चित्तोड़गढ़ 56.01 लाख, अजमेर 53.61 लाख के साथ अग्रणी है.
अभियान की खास बात यह है कि जिला कलक्टर जहां जिला स्तर पर नियमित समीक्षा और कोआर्डिनेट कर रहे हैं वहीं समय मिलते ही अधिकारियों के साथ जाकर कार्यवाही को भी अंजाम दे रहे हैं. इसी तरह से उच्च स्तर पर विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर राज्य सरकार द्वारा अन्य स्थानों से अधिकारियों को गोपनीय तरीके से कार्यवाही के लिए भेजा जा रहा है और इसका सकारात्मक परिणाम यह है कि लगातार करोड़ों रु. के लाखों टन अवैध खनन के प्रकरण सामने आ रहे हैं. राज्यव्यापी अभियान की मोनेटरिंग निदेशक माइंस डॉ. प्रज्ञा केवलरमानी कर रही हैं वहीं अतिरिक्त निदेशक स्तर के अधिकारी योगेन्द्र सिंह सहवाल समन्वय कर रहे हैं. नियंत्रण कक्ष की जिम्मेवारी भी एसएमई स्तर के अधिकारी एसपी शर्मा को दी गई है.