मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष बनाई गईं सांसद सुप्रिया सुले पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की अध्यक्ष भी बन गई हैं. राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया. इस घोषणा को पार्टी में एक पीढ़ीगत बदलाव के साथ ही पवार के भतीजे अजित पवार को एक तरह से दरकिनार करने के तौर पर देखा जा रहा है. जो अपने बगावती तेवरों के लिए जाने जाते हैं. पवार ने पार्टी की 25वीं वर्षगांठ पर यहां कार्यकारी अध्यक्षों के नामों की घोषणा की.
कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका के अलावा सुले राकांपा के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की अध्यक्ष और महाराष्ट्र, हरियाणा पंजाब के साथ-साथ पार्टी की महिला, युवा और छात्र इकाई की प्रभारी भी होंगी. केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण विभिन्न चुनावों के लिए उम्मीदवारों पर निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
राकांपा अध्यक्ष पवार साहब की आभारी हूं- सुले
सुले और पटेल को जिम्मेदारी सौंपे जाने से एक महीने पहले शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. जिसका पार्टी के सदस्यों के साथ-साथ अन्य राजनीतिक नेताओं ने जोरदार विरोध किया था. हालांकि विरोध के बाद शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था. शनिवार को नयी जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद सुले ने राकांपा को मजबूत करने और नागरिकों के लिए देश की सेवा करने के सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया.
सुले ने ट्वीट किया, प्रफुल्ल पटेल सहित मुझे कार्यकारी अध्यक्ष की इस बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने के लिए मैं राकांपा अध्यक्ष पवार साहब और सभी वरिष्ठ नेताओं, पार्टी के सहयोगियों, पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी के शुभचिंतकों की आभारी हूं. मैं राकांपा को और मजबूत करने के लिए आप सभी के साथ लगन से काम करूंगी. और मिल कर पार्टी के हित में काम करेंगे. गौरतलब है कि पवार और पी ए संगमा ने 1999 में राकांपा की स्थापना की थी.