मुंबई : इन दिनों बॉलीवुड सितारों की आने वाली हर फिल्म का विरोध और बॉयकॉट ट्रेंड आम सी बात हो गई है, जो लगभग हर सितारे और फिल्म के साथ किया जा रहा है. हालांकि यह ट्रेंड कोई नया नहीं है 2020 में सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद से इसमें तेजी हो गई है और लोगों का बॉलीवुड इंडस्ट्री के प्रति गुस्सा दिखाई दे रहा है.
हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित मधुर भंडारकर (Madhur Bhandarkar) को इस बारे में बात करते हुए देखा गया. ने कहा कि यह ट्रेंड कोई नया नहीं है लेकिन इसके चलाए जाने के बावजूद भी अगर कंटेंट अच्छा होता है तो जनता फिल्म देखने के लिए सिनेमाघर जरूर पहुंचती है.
मधुर ने कहा कि ऐसा पहले भी हो चुका है गंगूबाई काठियावाड़ी की बात की जाए तो लोगों ने इसे देखा और यह अच्छा रहा. लोगों ने भूल भुलैया भी देखी और कश्मीर फाइल्स भी ऐसा नहीं है कि लोग सिनेमा घर नहीं जाते हैं.
दूर ने यह भी कहा कि मैंने देखा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से यह ट्रेन कुछ ज्यादा बढ़ गया है और एक वर्ग है जो फिल्मों का बॉयकॉट कर रहा है. दांत नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से थे और यहां पर उन्होंने काफी स्ट्रगल किया lk/99.......9//9/99kहो सकता है कि बॉलीवुड ने उन्हें दरकिनार कर दिया हो लेकिन जो भी हुआ वह बहुत बुरा था. वहीं से जनता का गुस्सा बड़ा है लेकिन यह उनकी अपनी राय है.