VIDEO: राइट टू हेल्थ बिल से जुड़ी इस वक्त की सबसे बड़ी खबर, राजस्थान के निजी अस्पतालों में चिरंजीवी, RGHS समेत सभी योजनाओं का बहिष्कार

जयपुर: राइट टू हेल्थ बिल से जुड़ी इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है. राजस्थान के निजी अस्पतालों में सरकारी योजनाओं का बहिष्कार किया गया. निजी अस्पतालों में चिरंजीवी, आरजीएचएस समेत सभी सरकारी योजनाओं का बहिष्कार किया गया. 

प्रवर समिति की बैठक में चर्चा के बाद अहम फैसला लिया गया. चिकित्सकों की ज्वॉइंट एक्शन कमेटी में सख्त फैसला लिया गया. PHNS के सचिव डॉ.विजय कपूर ने बयान जारी किया. प्रवर समिति की बैठक में बिल के बिन्दुओं में संशोधन पर विचार किया गया. जबकि चिकित्सक किसी भी सूरत में "RTH" बिल बर्दाश्त नहीं करेंगे. सरकार की मंशा को देखते हुए आंदोलन तेज करने को चिकित्सक मजबूर है, ऐसे में तत्काल प्रभाव से निजी अस्पतालों में सरकारी योजनाएं बन्द की जा रही है.

आपको बता दें किराइट टू हेल्थ पर फिर से प्रवर समिति की बैठक होगी. विधानसभा में राइट टू हेल्थ को लेकर बैठक सम्पन्न हुई. समिति सदस्यों ने चिकित्सक प्रतिनिधियों ने विस्तार से चर्चा की. इस दौरान चिकित्सकों ने इमरजेंसी को परिभाषित नहीं करने, सुनवाई समितियों में चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व नहीं होने, फ्री ट्रीटमेंट के पुर्नभुगतान समेत अन्य बिन्दुओं पर नाराजगी जताई. अब 15 फरवरी को फिर से बिल के बिन्दुओं पर चर्चा होगी. 

इससे पहले राजस्थान में प्रस्तावित राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सभी चिकित्सक संगठन अब एक मंच पर आ गए हैं. ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान प्रदेशभर के चिकित्सक आज कार्यबहिष्कार की राह पर रहे. निजी अस्पतालों में सुबह 8:00 बजे से अगले 24 घंटे के लिए कार्य बहिष्कार किया गया, जबकि सरकारी अस्पतालों में भी चिकित्सकों ने 2 घंटे का पेन डाउन किया.इस दौरान ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेतृत्व में राजधानी में चिकित्सकों का शक्ति प्रदर्शन भी हुआ, जिसमें उन्होंने एसएमएस मेडिकल कॉलेज से लेकर त्रिमूर्ति सर्किल पर रैली निकालकर विरोध जताया.