जयपुरः जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट का प्लेटिनम जुबली समारोह आयोजित किया जा रहा है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट भी 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है. ऐसे समय में 75 वर्ष पूरे कर रहा है जब संविधान भी 75 वर्ष पूरे कर रहा है. राजस्थान हाईकोर्ट के अस्तित्व से राष्ट्र की एकता का अस्तित्व भी जुड़ा है.
ये संविधान के प्रति हमारी आस्था का उदाहरण भी है. हम न्याय को ज्यादा से ज्यादा सरल और स्पष्ट बनाएं. हमने सैकड़ों अप्रासंगिक कानूनों को रद्द किया है. IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता लागू की. एक दशक में देश तेजी से बदला है. भारत दुनिया की 5वीं अर्थव्यवस्था बना है. देश के लोगों के सपने और आकांक्षाएं बढ़ी है. टेक्नोलॉजी कानूनी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण रोल निभा रही है. 18 हजार से ज्यादा कोर्ट कम्प्यूटराइज्ड हो चुकी है. राष्ट्रीय एकता हमारी ज्यूडिशियल का फाउंडिंग स्टोन है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हुए कहा किआज का दिन हम सभी के लिए गर्व का दिन है. कोर्ट ने हमेशा कानून के शासन का सम्मान किया है. राजस्थान में न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका टीम वर्क के साथ काम कर रही है. मिशन कर्मयोगी के माध्यम से हमने राजस्थान में काम किया है. राजस्थान हाईकोर्ट का नाम आदर,सम्मान के साथ लिया जाता है. राजस्थान हाईकोर्ट ने आपातकाल में कानून की रक्षा की. हम सब न्याय की यात्रा को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि मैं CJI डीवाई चंद्रचूड़ का अभिनंदन करता हूं. जिन्होंने कई भाषाओं में कोर्ट के फैसलों की उपलब्धता का नवाचार किया. राजस्थान हाईकोर्ट देश का पहला ऐसा हाईकोर्ट है. जिसने 1950 में अपनी कार्रवाई करना शुरू किया था. उसके बाद मध्यप्रदेश ने हिंदी में सुनवाई शुरू की थी.
राजस्थान के हाईकोर्ट का इतिहास अद्भुत रहा है. जस्टिस आरएम लोढ़ा इसी हाईकोर्ट से निकलकर CJI बने. जस्टिस दलबीर भंडारी राजस्थान हाईकोर्ट के नहीं हुए हैं. परन्तु जस्टिस दलबीर भंडारी जोधपुर के ही हैं.