जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में जाट महाकुंभ का आयोजन हुआ. प्रदेशभर से जाट समाज के लोग महाकुंभ में शामिल हुए. दलगत सियासत से परे विभिन्न दलों के नेता एक जाजम दिखे. समाज के प्रबुद्ध लोगों ने महाकुंभ में अपने विचार रखे. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, सांसद सुमेधानंद सरस्वती, सांसद दुष्यंत सिंह, राहुल कस्वां, नरेंद्र खींचड़, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री हेमाराम चौधरी, मंत्री रामलाल जाट, लालचंद कटारिया, बृजेंद्र ओला, रामेश्वर डूडी, उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, हरीश चौधरी, नरेंद्र बुढ़ानिया, कृष्णा पूनिया,वीरेंद्र चौधरी,रामस्वरूप लांबा,पूर्व स्पीकर सुमित्रा सिंह, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां भी जाट महाकुंभ में शिरकत की.
ऑल इंडिया जाट महासभा से राकेश टिकैत,युद्धवीर सिंह भी मौजूद रहे. महाकुंभ में पुष्पों की वर्षा हेलिकॉप्टर से की गई. जाट महाकुंभ में बड़ी संख्या में जाट समाज के लोग जुटे. बड़ी संख्या के बावजूद महाकुंभ में अनुशासन बरकरार है. लोग कतारबद्ध होकर महाकुंभ में शिरकत कर रहे है. साथ ही अन्य लोगों को भी परेशान नहीं हो इसका भी ध्यान रख रहे. टोलियों में नाचते-गाते लोग पहुंचे.
PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने संबोधन में समाज को नसीहत देते हुए कहा कि किसी भी दूसरे समाज के लिए एक भी गलत शब्द ना बोलें. हम किसी की मदद करें तो चुपचाप करें. हम हल्ला करते तो दुश्मन सक्रिय हो जाते है. मैं पहले समाज का हूं. पीसीसी चीफ ने सभी का आभार जताया. समाज के महापुरुषों और शहीदों को याद किया. समाज के योगदान को सर्वोपरि बताया. समाज के सभी लोग बधाई के पात्र हैं.
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहावत सुनाते हुए कहा कि जाट को मारे जाट या मारे करतार. उन्होंने कहा कि मेरे कहने का अर्थ है, करतार को ही मारने दो आपस में मत लड़ो. मंत्री बृजेंद्र ओला ने कहा कि जाट आरक्षण को लेकर अटल जी को नहीं भूलना चाहिए. साथ ही पूर्व पीएम देवगौड़ा को भी नहीं भूलना चाहिए. उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि मैं पहला जाट था जो RU छात्रसंघ अध्यक्ष बना था. आज आपने महसूस करवा दिया. जब कुनबा एकत्रित होता था तभी आगे बढ़ा जा सकता. सब समाजों को साथ लेकर चलेंगे. छात्रावास के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे.
हरीश चौधरी ने कहा कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए. OBC आरक्षण में विसंगतियां है. हमे अधिकार नहीं मिल रहा. मेरा समाज के लोगों को लेकर भी ओलमा है. आपका उतना साथ नहीं मिला जितना मिलना चाहिए. हरीश चौधरी ने समाज के मंच से खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मुझे हेमाराम चौधरी के कारण टिकट मिला. मुझे सांसद का टिकट हेमाराम जी ने दिलवाया. जब उन्हें टिकट देने की व्यवस्था में शामिल किया गया था. हमे अफगानिस्तान के कबीलों की तरह आपस में लड़वा दिया जाता. पता भी नहीं चलता सुबह किस के लिए लड़ रहे शाम को किसके लिए ? आने वाले समय में हमें एकजुट होकर भागीदारी बढ़ानी चाहिए.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि जाट का काम ऊपर बढ़ने का नीचे उतरने का नहीं है. मुगलों से संघर्ष, अंग्रेजों से संघर्ष किया. लोकतंत्र को बचाने का संघर्ष जाट ने किया. समाज को समझने की जरूरत है. ये लड़ाई लठ की नहीं, ये लड़ाई बुद्धि कौशल की. मैंने अपने जीवन में तिरस्कार देखा, अपमान देखा. लेकिन ईमानदारी से काम किया. आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष हूं. मैंने यह जज्बा कौम के खून से पाया.