मेवाड़ के आराध्य देव के मेले का आगाज, भाग खेलते हुए भक्तों के साथ किया नगर भ्रमण

चित्तौड़गढ़: मेवाड़ के आराध्य देव श्री सांवलिया जी तीन दिवसीय जलझूलनी एकादशी मेले का आगाज हो गया है, मेले के पहले दिन भगवान सांवलिया सेठ के बाल विग्रह रूप को रजत रथ से नगर भ्रमण के लिए ले जाया गया है, भाग खेलते हुए भक्तों के साथ भगवान सांवलिया सेठ ने नगर का भ्रमण किया और नगर वासियों को कल जलझूलनी एकादशी पर सरोवर में स्नान करने का न्यौता दिया.

मेवाड़ के आराध्य देव श्री सांवलिया जी के तीन दिन दिवसीय विशाल जलझूलनी एकादशी मेले का  शुभारंभ हो गया है. श्री सांवलिया जी का यह वार्षिक मेला होता है और मेले में देश के कौने कौने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेने पहुंचते है. श्री सांवलिया जी के तीन दिवसीय मेले के आगाज के साथ ही सुबह भगवान सांवलिया सेठ के बाल विग्रह रूप को विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर से रजत रथ में विराजमान कर गाजे बाजे के साथ भक्त फाग खेलते हुए नगर भ्रमण पर निकले. ऐसी मान्यता है कि भगवान सांवलिया सेठ को सरोवर में झुलाने के लिए ले जाया जाएगा उससे पहले भगवान सांवलिया सेठ सरोवर में स्नान करने के लिए अपने साथ नगरवासियों के निमंत्रण देने के लिए निकले. भगवान सांवलिया सेठ से नगर भ्रमण कार्यक्रम के दौरान लाखों की संख्या में मौजूद श्रद्धालु भगवान सांवलिया सेठ के रजत रथ के आगे आगे नाचते गाते चल रहे थे. भगवान के रथ में सवार मंदिर के पुजारियों के साथ साथ भक्तों ने भगवान के साथ जमकर फाग खेला. श्री सांवलिया जी के तीन दिवसीय जलझूलनी एकादशी मेले में तीनों दिन राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम भी आयोजित होते है. 

भगवान सांवलिया सेठ के मेले में पहले दिन विशाल कवि सम्मेलन के साथ साथ दो अलग-अलग मंचों पर भजन संख्या का भी आयोजन होगा. मेले में अनुमान के तौर पर करीब 10 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान सांवलिया सेठ के तीन दिवसीय मेले में देश के कौने कौने से भाग लेंगे. मंदिर में सुरक्षा के मद्देनजर 2 एडिशनल एसपी, 4 डिप्टी एसपी, 10 थानों के थाना अधिकारियों को तैनात किया गया है, जबकि मेले में सुरक्षा के लिए 500 से अधिक जवान चप्पे चप्पे पर तैनात किए गए है. मेले में मेडिकल सुविधा को ध्यान में रखते हुए 6 एम्बुलेंस तैनात की गई है तो मंदिर से अस्पताल तक एक ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया है. मेले की शुरुआत से पहले जिला कलेक्टर आलोक रंजन और पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने भी मंदिर की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे. मेले में अलग अगर क्षेत्र के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए है जबकि श्री सांवलिया जी मंदिर मंडल के सीईओ राकेश कुमार ने व्यवस्थाओं को लेकर अलग अलग कमेटियों का गठन किया है. कुल मिलाकर तीन दिवसीय मेले का आगाज होने के साथ ही सभी ने अपनी अपनी व्यवस्था संभाल ली है. मेले के दूसरे दिन भगवान सांवलिया सेठ सांवरिया सरोवर में झूलने के लिए गाजे बाजे के साथ जाएंगे तो मंदिर के शिखर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी. शाम को भगवान सांवलिया सेठ जब मंदिर लौटेंगे तो भव्य रंगारंग आतिशबाजी भी होगी.