23 सितंबर तक सिंह राशि में गोचर करेंगे ग्रहों के राजकुमार बुध, जानिए गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या पड़ेगा शुभ-अशुभ प्रभाव ?

23 सितंबर तक सिंह राशि में गोचर करेंगे ग्रहों के राजकुमार बुध, जानिए गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या पड़ेगा शुभ-अशुभ प्रभाव ?

जयपुर: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलते रहते हैं. ग्रहों के राजकुमार बुध लगभग 25 दिनों के अंतराल पर एक से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. बुध ग्रह का राशि परिवर्तन होने से हर एक राशि के जातकों पर इसका प्रभाव अवश्य ही पड़ता है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध को वाणी, व्यापार और बुद्धि के कारक माना जाता है. बुध 4 सितंबर 2024 को दोपहर 11.22 पर ग्रहों के राजकुमार बुध ने सिंह राशि में गोचर किया है.  इस राशि में वह 23 सितंबर की सुबह 10 बजकर 10 मिनट तक रहेंगे. इसके बाद वह कन्या राशि में गोचर करेंगे. बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है. बुध सूर्य का निकटतम ग्रह है. बुध ग्रह को बुद्धि का प्रदाता कहा गया है. बुध ग्रह के लक्षण की बात करें तो यह व्यक्ति में बुद्धि, विवेक, हाज़िर जवाबी और हास्य–विनोद का प्रतिनिधित्व करता है. यह एक शुभ ग्रह है लेकिन कुछ स्थितियों में बुध अशुभ ग्रह में बदल सकता है. बुध कम्युनिकेशन का ग्रह है. बुध ग्रह के अधिदेवता भगवान विष्णु हैं. बुध व्यापार के देवता तथा व्यापारियों के रक्षक हैं. बुध चन्द्र और तारा के पुत्र है. बुध सौरमंडल के  ग्रहों में सबसे छोटा और सूर्य से निकटतम है. बुध के हाथों में तलवार, ढाल, गदा तथा वरमुद्रा धारण की हुई है.

बुध है नपुंसक ग्रह 
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध पुरुष ग्रह होने के बावजूद नपुंसक ग्रह कहलाता है. अर्थात यह जिस ग्रह के साथ बैठ जाए उसकी तरह व्यवहार करने लगता है. वक्री बुध यदि किसी खराब ग्रह के साथ बैठ गया और उसके खराब फल में वृद्धि हो जाती है.

बुध का वैदिक मंत्र
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च.
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत..

बुध का तांत्रिक मंत्र
ॐ बुं बुधाय नमः

बुध का बीज मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः

क्या होगा असर
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध के सिंह राशि में आने से एलर्जी इंफेक्शन संक्रमण के रोगों में कमी आयेगी. बुध के राशि परिवर्तन से लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी. शेयर मार्केट बढ़ने की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम होंगे. बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है. खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है. बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है. कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं. दूध का उत्पादन बढ़ने के साथ सब्जियों की पैदावार ज्यादा होने से किसानों को फायदा होगा. औद्योगिक क्षेत्र में भी ज्यादा उत्पादन होने से भाव में स्थिरता आने से लोगों को फायदा होगा. 

बुध के उपाय 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.

आइए भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास से जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव.
मेष राशि
कुंडली के पांचवें घर से संतान, बुद्धि, विवेक, रोमांस और पूर्व पुण्य को देखा जाता है. बुध का ये गोचर पांचवें स्थान पर हुआ है. सूर्य भी अभी इसी राशि में स्थित है. लिहाजा, संतान की पढ़ाई लिखाई अच्छी होगी. रोमांस के लिहाज से भी अच्छा समय बीतेगा. पुश्तैनी संपत्ति से लाभ हो सकता है.
वृष राशि
बुध का गोचर चौथे स्थान पर होने से मां, भूमि, भवन और वाहन का सुख मिलेगा. दरअसल, कुंडली के चौथे घर से इन्हीं चीजों का विचार किया जाता है. कुल मिलाकर घर में सकारात्मक माहौल रहेगा. इसका असर आपकी नौकरी या बिजनेस में भी देखने को मिलेगा.
मिथुन राशि
बुध का गोचर तीसरे स्थान पर हुआ है. कुंडली में तीसरे स्थान से पराक्रम, भाई-बहन और यश को देखा जाता है. सूर्य की राशि में बुध के मौजूद होने से भाई-बहनों के साथ अच्छी बातें होंगी और रिश्ते बेहतर होंगे. मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी.
कर्क राशि
बुध का गोचर दूसरे स्थान पर हुआ है, जो धन का भाव है. पैतृक संपत्ति से लाभ मिल सकता है. बुद्धि तेज काम करेगी और आपकी बातों का दूसरों पर प्रभाव पड़ेगा. अपनी वाणी से आप दूसरों को प्रभावित कर लाभ उठा सकते हैं.
सिंह राशि
बुध का गोचर लग्न स्थान यानी पहले भाव पर हुआ है. सफलता के लिए मेहनत करनी पड़ेगी. पार्टनर के साथ संबंध अच्छे बनेंगे. हास्य-विनोद होने से मन खुश रहेगा.
कन्या राशि
बुध का गोचर 12वें स्थान पर हुआ है. यानी इस दौरान आपके खर्चे बढ़ सकते हैं. हालांकि, ये खर्च आप अपनी सुख सुविधाओं की चीजों पर ज्यादा करेंगे. कोई भी खर्च करने से पहले दो बार सोचिएगा कि क्या ये खर्च करना जरूरी है या इसे अभी टाला जा सकता है.
तुला राशि
बुध का गोचर आय और इच्छापूर्ति के 11वें घर में हुआ है. ऐसे में तुला राशि के जातकों की आय में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. लंबे समय से चली आ रही आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है.
वृश्चिक राशि
बुध का गोचर करियर और पिता के भाव 10वें घर में हुआ है. लिहाजा, करियर में लाभ मिल सकता है. पदोन्नति हो सकती है या कार्यस्थल में सम्मान मिलेगा. घर में भी सुख शांति का माहौल रहेगा.
धनु राशि
बुध का गोचर भाग्य स्थान वाले 9वें स्थान पर हुआ है. भाग्य का साथ मिल सकता है. हालांकि, आपको मेहनत भी करनी पड़ेगी.
मकर राशि
बुध का गोचर आयु भाव वाले 8वें स्थान पर हुआ है. स्वास्थ्य के लिहाज से बुध का यह गोचर लाभकारी साबित होगा. शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेंगे. आपको व्यापार में लाभ मिल सकता है. पार्टनर से फायदा होगा.
कुंभ राशि
बुध का ये गोचर पार्टनरशिप के सातवें स्थान पर हुआ है. जीवनसाथी से लाभ मिल सकता है और उसके साथ रिश्ते बेहतर रहेंगे.
मीन राशि
बुध का गोचर रोग, ऋण और शत्रु के छठे स्थान पर हुआ है. लिहाजा, अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय लोन लेने से पहले विचार जरूर करें. त्वचा संबंधी परेशानी हो सकती है. इस दौरान शत्रु पक्ष हावी रह सकता है.