इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव में 156 सीट जीतने का लक्ष्य- अशोक गहलोत

इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव में 156 सीट जीतने का लक्ष्य- अशोक गहलोत

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में 156 सीट जीतने का लक्ष्य है. उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जनादेश मिलने के पीछे उनकी पिछली सरकार का काम मुख्य कारण था. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. गहलोत ने कहा कि हमने जब 1998 में सरकार बनाई थी, तब हमारे पास 156 सीट थीं और उस समय मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था.. तो मैं चाहूंगा कि हम लोग मिशन 156 को लकर चलें.’’

गहलोत ने अपने पूर्व उपमुख्य मंत्री सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2018 में बनी सरकार का मुख्य कारण यह था कि लोग उनकी पुरानी सरकार के कामों को याद करते हैं. उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट ने हाल की जनसभाओं में इस बात का उल्लेख किया था कि जब वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख थे तब वर्ष 2013 से 2018 तक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रयास के कारण राज्य में पार्टी सत्ता में आयी थी. एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पायलट ने युवा पीढ़ी के बारे में सोचने और उन्हें एक मौका देने के लिए बड़ों को सोचने की आवश्यकता के बारे में भी बात की. पायलट ने बार-बार कहा है कि वर्ष 2013 में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर 21 रह गई थी और इस सीमय पार्टी आलाकमान ने उन्हें राज्य में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख बनाया था. मुख्यमंत्री ने पायलट या उनके बयानों का नाम लिए बगैर कहा कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मोदी लहर का सामना करना पड़ा, लेकिन छह महीने बाद लोगों को गहलोत सरकार को उसके कार्यों के कारण याद आने लग गई. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में हमारी सरकार बनने का मुख्य कारण यह था कि लोगों ने हमारी पुरानी सरकार के कार्यों को याद किया.

गहलोत ने कहा कि भाजपा के पास सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है और कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है और जनता सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से खुश है. उन्होंने कहा कि देशभर में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी राज्य सरकार की योजनाओं की चर्चा हो रही है और पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने समेत राज्य सरकार के अन्य फैसलों से कर्मचारियों में खुशी है. गहलोत ने विपक्षी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को खरीद-फरोख्त में महारत हासिल है और उसने दूसरे राज्यों में सरकारें गिराईं, लेकिन राजस्थान में विफल रही क्योंकि विधायकों और जनता ने उसका समर्थन किया. गहलोत ने कहा कि वह राजस्थान भजपा के निशाने पर हैं, इसलिए भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य नेता बार-बार राजस्थान आते रहते हैं. सोर्स- भाषा