नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर में कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से 3 स्टूडेंट की मौत हो गई. मरने वालों में दो छात्रा और एक छात्र शामिल है. भारी बारिश से बेसमेंट में पानी भर गया. दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दिए है. हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए है. कोचिंग हादसे पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोग गिरफ्तार किए है. कोचिंग का मालिक और को-ऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया गया. जानकारी के मुताबिक दिल्ली फायर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में गलत जानकारी मिली. बेसमेंट में लाइब्रेरी की बात को छिपाया गया था. फायर डिपार्टमेंट ने बेसमेंट को गोदाम बताया था. फायर ब्रिगेड ने 9 जुलाई को कोचिंग को NoC दी थी. फायर ब्रिगेड ने कोचिंग में सब कुछ ठीक पाया था.
कोचिंग का मालिक और को-ऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की. धारा 105,106 (1),115(2),290,35 के तहत FIR दर्ज हुई. पुलिस ने कहा कि हादसे के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली कोचिंग हादसे पर X पर पोस्ट किया है. राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी. सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है. असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैरजवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है. सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है.
उधर इस घटना पर प्रियंका गांधी ने दुख जताते हुए कहा कि इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए. प्रियंका गांधी ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि दिल्ली की एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है. दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं. हाल ही में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी. यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है कि जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी भी उनसे छिन रही है. यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है. इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां से हर वो निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जानलेवा है, उसे दुरुस्त करना चाहिए.