जयपुरः सरिस्का में मंगलवार को बाघिन ST 2 की मौत हो गयी. बाघिन एसटी 2 की पूंछ में गहरा घाव था. जिसका FD आरएन मीणा, DCF देवेंद्र जगावत की देखरेख में इलाज चल रहा था लेकिन इसी बीच कल बाघिन ने अंतिम सांस ली और इस जीवन काल को अलविदा कह दिया. बाघिन राजमाता का 19 वर्ष की आयु में निधन हुआ.
इसके बाद अब आज सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा. और उसके बाद अंतिम संस्कार होगा. वन मंत्री संजय शर्मा बाघिन के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. ऐसे में वो सरिस्का पहुंचेंगे.
बाघिन ST-2 का सरिस्का में बाघ पुनर्वास में अहम योगदान था. ST- 2 राजमाता ने दो बार में चार बच्चों को जन्म दिया था. और इन बच्चों से 14 अन्य बच्चों का जन्म हुआ. बता दें कि रणथंभौर से 4 जुलाई 2008 को पहली बाघिन के तौर पर ST-2 को ट्रांसलोकेट किया गया था. 9 अगस्त 2022 को घायल होने पर एंक्लोजर में शिफ्ट गया. तभी से ट्रैकर कालूराम अवाना बाघिन एसटी 2 की निगरानी कर रहे थे. इसके बाद 19 जनवरी 2023 को भी कंधे के घाव का इलाज किया था. लेकिन आखिर कार बीमारी से लंबी जंग के बाद 19 वर्ष की उम्र में बाघिन ने दम तोड़ दिया. कालूराम ने ही कल बाघिन को लेकर अधिकारियों को सूचना दी.