खंडार में तूफानी बारिश का कहर, करणपुर-करौली स्टेट हाईवे-123 हुआ अवरुद्ध, वाहनों की आवाजाही पर पूर्णत: पुलिस प्रशासन ने किया बंद

खंडार में तूफानी बारिश का कहर, करणपुर-करौली स्टेट हाईवे-123 हुआ अवरुद्ध, वाहनों की आवाजाही पर पूर्णत: पुलिस प्रशासन ने किया बंद

खंडार (सवाई माधोपुर): तूफानी बारिश के चलते बनास नदी अपने पूरे वैग के साथ बह रही है. पुल के ऊपर से करीब 1 फीट पानी बह रहा है. करणपुर-करौली स्टेट हाईवे-123 अवरुद्ध हुआ. वाहनों की आवाजाही पर पूर्णत: पुलिस प्रशासन ने बंद किया. SDM ज्योत्सना खेड़ा, तहसीलदार पुष्कर सिंह सहित  अन्य जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद है. SP के निर्देशन में CI लक्ष्मण सिंह, SHO सुमेरसिंह जाप्ता के साथ दोनों तरफ तैनात है. वहीं JVVNL विभाग SE के निर्देशन में AEN फरीद खान सहित उपखंड टीम भी अलर्ट है. मीटर इंस्पेक्टर बाबू लाल गुर्जर भी मौके पर मौजूद है. पुलिस प्रशासन सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर है. वहीं लोगों से बनास नदी के समीप न जाने,बिजली लाइन और बिजली ट्रांसफार्मरों से दूरी बनाए रखने की अपील जारी की. दरअसल तेज बारिश के चलते तीन दिनों से बनास नदी उफान पर चल रही है.

जनजीवन बुरी तरह प्रभावित:
आपको बता दें कि सवाई माधोपुर जिले में लगातार बारिश के बाद हालात अभी तक सामान्य नहीं हो पाए हैं. ग्रामीण इलाकों से लेकर कस्बों तक पानी से भरे रास्तों ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. सूरवाल कस्बे का मुख्य मार्ग अब तक पानी में डूबा हुआ है, जिससे यातायात पूरी तरह अवरुद्ध है. वहीं, सवाई माधोपुर-दौसा मार्ग पर करीब 10 किमी तक पानी ही पानी फैला है. दर्जनभर गांवों के लोग घरों में कैद हैं और लोगों की दिनचर्या ठप हो गई है.

फिर से भारी बारिश का अलर्ट, चिंता में लोग:
बारिश की रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है, लेकिन मौसम विभाग द्वारा फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किए जाने के बाद लोगों की चिंता और बढ़ गई है. खासकर निचले इलाकों में बसे लोगों को प्रशासन से मदद की उम्मीद है.

त्रिनेत्र गणेश मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन:
बारिश के चलते सबसे ज्यादा असर 26 से 28 अगस्त तक होने वाले त्रिनेत्र गणेश वार्षिक मेले की तैयारियों पर पड़ा है. श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या पहले ही गणेश धाम की ओर पैदल रवाना हो चुकी है. ऐसे में उनकी राह सुचारु करने के लिए प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं. जिला कलेक्टर कानाराम और खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने खुद गणेश धाम से मिश्र दर्रा होते हुए अमरकुंड तक पैदल निरीक्षण किया. बारिश से क्षतिग्रस्त हुए रास्तों को दुरुस्त करने के लिए PWD अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. इस दौरान ASP रामकुमार कस्वा, DSP उदय सिंह मीणा और वनपाल योगेश शर्मा भी मौजूद रहे. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रास्ता जल्द से जल्द सुचारु करने की कोशिशें की जा रही हैं.

बौंली क्षेत्र में भी भारी बारिश, 4 दिन में 228 मिमी बरसात:
उपखंड मुख्यालय बौंली में बारिश का दौर जारी है. बीते 24 घंटे में तहसील कार्यालय पर 105 एमएम बारिश दर्ज हुई. 4 दिनों में तहसील कार्यालय पर 228 एमएम बारिश दर्ज की गई.  सत्र 2025 की बारिश का आंकड़ा 1000 एमएम के पार हो गया. अब तक 1125 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है. लगातार दूसरे वर्ष भी औसत बारिश 600 एमएम के मुकाबले दोगुनी बारिश के करीब आंकड़ा पहुंच रहा है. विभिन्न स्थानों पर जल भराव परेशानी का सबब  बन गया. क्षेत्र के दर्जनों पुराने मकान क्षतिग्रस्त हुए. ढील,मोरल,नागोलाव व खारीला बांध पर लगातार चादर चल रही है. उपखंड प्रशासन व पुलिस विभाग अलर्ट मोड पर है.