जयपुर: परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023 और 24 के लिए सभी आरटीओ और डीटीओ को राजस्व लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं. परिवहन विभाग को सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 8000 करोड रुपए जुटाने की जिम्मेदारी दी है.
पिछले वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग में राजस्व संग्रहण में कमाल का प्रदर्शन किया था, तमाम चुनौतियों और परेशानियों के बावजूद परिवहन विभाग में 6000 करोड से अधिक का राजस्व जुटाकर,,राजस्व संग्रहण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा था पिछले वित्तीय वर्ष में जो राजस्व संग्रहण परिवहन विभाग ने हासिल किया था वह परिवहन विभाग के प्रयास में अभी तक का सबसे अधिक रेवेन्यू कलेक्शन था. परिवहन विभाग के अच्छे काम को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में विभाग को भारी-भरकम और राजस्व जुटाने का टारगेट दिया है. राज्य सरकार ने परिवहन विभाग को मौजूदा वित्तीय वर्ष में 7700 करोड रुपए का राजस्व टारगेट दिया है ऐसे में परिवहन विभाग के सामने मौजूदा वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष के शानदार प्रदर्शन को दोहराने की बड़ी चुनौती है.
कर संग्रहण केंद्र बंद होने के बाद परिवहन विभाग के राजस्व संग्रहण पर काफी असर पड़ा है ऐसे में इस टारगेट तक पहुंचना परिवहन विभाग के लिए आसान नहीं होगा. फील्ड में पहले से ही अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे परिवहन विभाग में मौजूदा वित्तीय वर्ष के टारगेट को प्राप्त करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं जल्दी परिवहन आयोग सभी RTO और डीटीओ की बैठक भी लेने वाले हैं जिसमें यह निर्देश दिए जाएंगे कि विभाग के फील्ड अधिकारियों को टारगेट तक पहुंचने के लिए अंतिम महीनों में सक्रिय रहने की बजाय पूरे वर्ष सक्रिय रहना होगा परिवहन मुख्यालय ने राज्य सरकार से राजस्व टारगेट निर्धारित होने के बाद सभी आरटीओ और डीटीओ को उनके राजस्व लक्ष्य आवंटित कर दिया है.
परिवहन मुख्यालय ने जो राजस्व टारगेट सभी आरटीओ और डीटीओ को आवंटित किए गए हैं उसमें इस वित्तीय वर्ष में भी OTT यानी कि वन टाइम टैक्स और नॉन OTT को अलग-अलग आवंटित किया गया है,, परिवहन भाग को नई गाड़ियों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन से वन टाईम टैक्स के रूप में काफी राशि मिलती है. पिछले वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग को मिले रिकॉर्ड राजस्व में वन टाइम टैक्स कलेक्शन का काफी योगदान था क्योंकि पिछले वित्तीय वर्ष में प्रदेश में बड़ी तादाद में गाड़ियों की बिक्री हुई थी.
परिवहन मुख्यालय ने किस आरटीओ को कितना राजस्व लक्ष्य आवंटित किया है
जयपुर आरटीओ प्रथम को ओटीटी का टारगेट 678 करोड़ और नॉन ओटीपी का टारगेट 271 करोड आवंटित किया गया है
जयपुर आरटीओ द्वितीय को ओटीटी का टारगेट 699 करोड और नॉन OTT का टारगेट 308 करोड आवंटित किया गया है
दौसा आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 130 करोड़ और नॉन ओटीटी का टारगेट 113 करोड आवंटित किया गया है
सीकर आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 318 करोड और नॉन OTT का टारगेट 283 करोड आवंटित किया गया है
भरतपुर आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 109 करोड और नॉन OTT का टारगेट 179 करोड आवंटित किया गया है
अजमेर आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 324 करोड रुपए और नॉन OTP का टारगेट 341 करोड रुपए आवंटित किया गया है
जोधपुर आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 452 करोड रुपए और नॉन ओटीटी का टारगेट 366 करोड रुपए आवंटित किया गया है
पाली आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 154 करोड रुपए और नॉन ओटीटी का टारगेट 221 करोड रुपए आवंटित किया गया है
उदयपुर आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 411 करोड़ और नॉन और ओटीटी का टारगेट 272 करोड आवंटित किया गया है
चित्तौड़गढ़ आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 234 करोड़ और नॉन ओटीटी का टारगेट 297 करोड़ आवंटित किया गया है
कोटा आरटीओ को ओटीटी का टारगेट 300 करोड़ रुपए औऱ नॉन ओटीटी का टारगेट 184 करोड़ आवंटित किया गया है
बीकानेर आरटीओ को ओटीपी का टारगेट 261 करोड़ और नॉन ओटीटी का टारगेट 323 करोड आवंटित किया गया है