जयपुर: मां-बाप और 7 बहनों का भाई को डॉक्टर बनाने का सपना टूट गया! आखिर जिंदगी से कजाकिस्तान से रैफर छात्र राहुल घोसल्या जंग हार गया. कल जयपुर के SMS अस्पताल में राहुल ने आखिरी सांस ली. कल शाहपुरा (जयपुर) के नया बास में राहुल का अंतिम संस्कार हुआ. दीपावली के दिन राहुल को कजाकिस्तान से एयर लिफ्ट किया गया था. RANA अध्यक्ष प्रेम भंडारी के अथक प्रयासों से जयपुर लाया गया था.
कजाकिस्तान में भारतीय राजदूत वाईके सैलास थंगल भी दिन-रात जुटे थे. कजाकिस्तान दूतावास में प्रथम सचिव होतीलाल ने भी अहम भूमिका निभाई थी. तत्कालीन जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ खुद एयरपोर्ट पहुंचे थे. कलेक्टर डॉ.जितेंद्र सोनी ने भी एयरपोर्ट पर रिसीव कर SMS में भर्ती कराया था. राज.एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका(RANA) ने राहुल निधन पर गहरा शोक जताया. भंडारी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि विधि के विधान के आगे सब नतमस्तक है.
भगवान से प्रार्थना है कि दुख की घड़ी में परिवारजनों को गहरा आघात सहन करने की शक्ति दें. प्रेम भंडारी अमेरिका से राहुल के जीजा महेंद्र के जरिए राहुल के अंतिम दर्शन किए. साथ ही राहुल के दाह संस्कार के समय भी प्रेम भंडारी वर्चुअल जुड़े रहे. राजदूत वाईके सैलास थंगल, सचिव होतीलाल ने भी राहुल के निधन पर शोक जताया.
कजाकिस्तान से MBBS कर रहे भारतीय छात्रों ने भी राहुल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. बुजुर्ग माता-पिता और सात बड़ी बहनों ने राहुल को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था. परिवार ने 2021 में MBBS करने के लिए राहुल को कजाकिस्तान भेजा था. अस्ताना शहर में स्थित कारगंदा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ था. 8 अक्टूबर मेडिकल कॉलेज की लाइब्रेरी में पढ़ते समय ब्रेन हैमरेज हो गया था.