अलवर: अलवर कोतवाली थाना क्षेत्र में 6 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. आरोपी युवक पड़ोस में रहता है जो रिश्ते में चाचा लगता है. इस घटना में पुलिस की कार्यशैली के विरोध में पार्षद धर्मेंद्र मीणा के नेतृत्व में मोहल्ले वालों ने कोतवाली के पास घंटा घर पर रास्ता जाम कर दिया और ऐलान किया कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होगा तब तक रास्ता नहीं खुलेगा और जरूरत पड़ी तो 26 जनवरी को अलवर बंद करने की घोषणा की जाएगी.
बालिका को लहूलुहान हालात में रात करीब 8 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार लड़की के पिता की कुछ माह पहले मौत हो गई थी. घर में कमाने वाला कोई नहीं था. मां मजदूरी पर गई हुई थी और उसका चाचा भी बाहर था. मौका पाकर पड़ोसी युवक उनके घर में घुस गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. जैसे ही लड़की चिल्लाई तो मोहल्ले वाले आए. मोहल्ले वालों को आता देख आरोपी युवक वहां से फरार हो गया. जब मोहल्ले वालों ने वहां जाकर देखा तो लड़की लहूलुहान हालत में बेसुध पड़ी थी. इसकी सूचना तुरंत ही परिजनों को दी परिजन मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल लेकर गए.
इस संबंध में परिजन रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कोतवाली थाना पहुंचे तो पुलिस ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर दो हम कार्रवाई करेंगे. जब दबाव बना तो पुलिस ने कहा कि 20 मिनट में हम आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे. सूचना के बाद पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी. घटना के बाद बड़ी संख्या में महिला और पुरुष रात नौ बजे घंटाघर और कोतवाली के बाहर पहुंच गए. वहां रोड जाम कर दिया. डीएसपी शहर नारायण सिंह जाम स्थल पर आए तो उनको घेर लिया और नारेबाजी करते रहे की अपराधी को फांसी दो, फांसी दो. गिरफ्तार करो. डीएसपी नारायण सिंह ने बताया कि पीड़ित बालिका का अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में मेडिकल कराया जा रहा है.
उसका इलाज कराया जा रहा है और आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इधर पार्षद धर्मेंद्र मीणा ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में ढीलाई बरत रही है. अलवर शहर में गत वर्षो एक मूकबधिर बालिका के साथ ऐसी ही घटना घटित हुई थी लेकिन यहां के नेताओं ने उस घटना को दबा दिया. उन्होंने कहा कि यह लड़की मूक बाधिर नहीं है इसके साथ पूरा शहर है और इस घटना को किसी भी हालत में दबने नहीं देंगे.
बाद में पुलिस ने भूरासिद्ध की पहाड़ियों की तरफ से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद परिजनों को आरोपी विडियो कॉल पर दिखाया गया तो परिजन मान गए और प्रदर्शन वापस लिया. फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और पीड़िता अस्पताल में भर्ती है जहां वन मंत्री संजय शर्मा ने पीड़िता के हाल जाने हैं.