चंडीगढ़: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को छात्रों से ‘‘राष्ट्र प्रथम’’ की गहरी भावना पैदा करने का आह्वान किया और कहा कि समाज की व्यापक भलाई में योगदान देना उनकी जिम्मेदारी है. यहां पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) के 70वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि छात्रों को ‘‘हमेशा सही के लिए खड़े होने का साहस रखना चाहिए.’’
इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने लेखिका एवं परोपकारी सुधा मूर्ति को साहित्य की मानद उपाधि जबकि पूर्व प्रधान न्यायाधीश एवं सांसद रंजन गोगोई को विधि की मानद उपाधि प्रदान की. धनखड़ ने लेखक और गीतकार इरशाद कामिल, उद्योगपति राकेश भारती मित्तल, वैज्ञानिक वीना टंडन और साहित्यकार रतन सिंह जग्गी को भी पुरस्कार प्रदान किए. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राजनीति विज्ञान में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की.
धनखड़ ने कहा कि दीक्षांत समारोह का आयोजन पंजाब विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति रेणु विग के नेतृत्व में किया जा रहा है. दीक्षांत समारोह के दौरान पीएचडी की 502 और स्नातकोत्तर की 312 डिग्री छात्रों को दी गईं. समाज की भलाई के लिए योगदान का जिक्र करते हुए धनखड़ ने कहा, ‘‘मुझे कभी-कभी दुख होता है जब कुछ लोग राष्ट्रीय हित से समझौता करते हैं. राष्ट्रीय हित ही हमारा एकमात्र ऐसा दृष्टिकोण होना चाहिए जिसके माध्यम से हम दुनिया को देखें. सोर्स- भाषा