बेमौसम वर्षा से पांच जिलों में 7400 हेक्टेयर से अधिक में फसल को नुकसान- Devendra Fadnavis

मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि पिछले दो दिनों में बेमौसम बारिश से महाराष्ट्र के पश्चिमी विदर्भ क्षेत्र के पांच जिलों में 7,400 हेक्टेयर से अधिक में फसलों को नुकसान पहुंचा है.

रुक-रुक कर हो रही बारिश से अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम और बुलढाणा जिलों में फसल प्रभावित हुई है. फडणवीस ने अमरावती जिले में समीक्षा बैठक करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि 7,400 हेक्टेयर से अधिक की फसलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. 3,243 हेक्टेयर में क्षति का आकलन पूरा हो गया है. शेष मूल्यांकन जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. बेमौसम बारिश से कम से कम 7,596 किसान प्रभावित हुए हैं.

नयी चुनौती का कोई समाधान खोजने के लिए काम कर रहे: 
यह देखा गया है कि राज्य के कुछ विशिष्ट क्षेत्रों के कुछ गांव पिछले कुछ वर्षों में बेमौसम बारिश से अक्सर प्रभावित हुए हैं. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जलवायु परिवर्तन की नयी चुनौती का कोई समाधान खोजने के लिए काम कर रहे हैं. फडणवीस ने कहा कि अकोला में पेड़ गिरने की घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को राज्य से वित्तीय सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने उन 35 घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करने का भी फैसला किया है, जिन्होंने मंदिर में शरण ली थी (जिस पर पेड़ गिर गया था).

बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा मानने का फैसला किया: 
रविवार की रात अकोला जिले के पारस गांव में तेज हवा और बारिश के बाद मंदिर परिसर में टीन शेड पर पेड़ गिरने से उसके नीचे खड़े कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी और 37 अन्य घायल हो गए थे. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने हाल में कम से कम पांच दिनों तक लगातार 10 मिलीमीटर बारिश और फसलों को 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने की स्थिति में बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा मानने का फैसला किया है. सोर्स-भाषा