VIDEO: कोटा में मरीज की मौत पर बवाल, खड़े हो रहे कई सवाल ! देखिए ये खास रिपोर्ट

कोटा: कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू में ऑक्सीजन मास्क में आग लगने से मरीज की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है.अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है. उधर आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कमेटी गठित की है, जो 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपगी.अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू में पेट दर्द की शिकायत के बाद भर्ती मरीज की आग से झुलसने से मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.  कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन मरीज की मौत के बाद सवालों के घेरे में आ गया है.

मरीज की मौत अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू में उस वक्त हुई जब उसे इलेक्ट्रिक शॉक्ड दिया जा रहा था.देर रात न्यू मेडिकल कॉलेज में हुए इस घटनाक्रम के बाद पीड़ित परिजनों ने मौके का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हंगामा बरपा और कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के नेताओं ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन कर धरना दिया.प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की है.परिजनों का आरोप है कि पेट दर्द की शिकायत के बाद वैभव कुमार शर्मा को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उसका ऑपरेशन भी हो चुका था.उन्हें क्या पता था कि उनके साथ इस तरह का हादसा घटित होगा.परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया.

मामला सुर्खियों में आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है जो 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर संगीता सक्सेना के अनुसार मरीज वेंटिलेटर पर था और अंतिम सांसे गिन रहा था , उसे बचाने के लिए  डॉक्टर्स की टीम ने पहले उसे सीपीआर दिया और फिर इलेक्ट्रिक शॉक्ड देते समय यह घटना हुई.उन्होंने माना है कि उनके सामने इस तरह का पहले कभी कोई मामला सामने नहीं आया लेकिन उन्होंने जानकारी जुटाई है तो इस तरह के देश में कई मामले सामने आ चुके हैं.अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि इस प्रकरण की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. 

कोटा में एमबीएस हॉस्पिटल, जेके लोन हॉस्पिटल हो या फिर न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल संभाग के यह सबसे बड़े हॉस्पिटल है, जहां हाडोती ही नहीं बल्कि प्रदेश की सीमावर्ती जिलों से भी इलाज कराने के लिए मरीज यहां पहुंचते हैं और इससे पहले भी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लग चुके हैं.अब ऐसे में आईसीयू के अंदर बेड पर मौजूद मरीज की झुलसने से मौत के मामले पर अस्पताल प्रबंधन अपनी लापरवाही पर पर्दा डालता है या फिर दोषियों पर  कार्रवाई होती है यह देखने वाली बात होगी.

...गुल मोहम्मद मुल्तानी फर्स्ट इंडिया न्यूज़ कोटा