नई दिल्ली: मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है. उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका में निधन हो गया. उस्ताद जाकिर हुसैन को पिछले सप्ताह अमेरिका के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. उनके निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है.
तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्हें एक सच्चे प्रतिभाशाली व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा.
Deeply saddened by the passing of the legendary tabla maestro, Ustad Zakir Hussain Ji. He will be remembered as a true genius who revolutionized the world of Indian classical music. He also brought the tabla to the global stage, captivating millions with his unparalleled rhythm.…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2024
उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी. वे तबले को वैश्विक मंच पर भी लेकर आए और अपनी बेजोड़ लय से लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने भारतीय शास्त्रीय परंपराओं को वैश्विक संगीत के साथ सहजता से मिश्रित किया. इसलिए वे सांस्कृतिक एकता के प्रतीक थे. उनके प्रतिष्ठित प्रदर्शन और भावपूर्ण रचनाएं संगीतकारों और संगीत प्रेमियों की पीढ़ियों को प्रेरित करने में योगदान देंगी. उनके परिवार, दोस्तों और वैश्विक संगीत समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं.