Uttarakhand: नमामि गंगे परियोजना स्थल पर करंट लगने से 15 लोगों की हुई मौत

नई दिल्ली : उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार को अलकनंदा नदी के तट पर नमामि गंगे परियोजना स्थल पर पंद्रह लोगों की मौत हो गई. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, ने कहा कि घटना में घायल सात लोगों को हवाई मार्ग से ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया जा रहा है.

रावत ने कहा कि मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये गये हैं. नमामे गंगा सीवरेज प्लांट साइट पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड गणेश लाल को सबसे पहले सुबह 11:30 बजे के आसपास बिजली का झटका लगा. उन्होंने कहा कि जब स्थानीय लोग वहां एकत्र हुए, तो उन्होंने एक साइड रेलिंग को छू लिया और उन्हें भी करंट लग गया.

मृतकों में पुलिस सब-इंस्पेक्टर और तीन होम गार्ड भी शामिल:

मृतकों में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और तीन होम गार्ड शामिल हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक ट्वीट में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. चमोली में करंट लगने से कई लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. हादसे में घायल लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.

नमामि गंगे परियोजना एक एकीकृत संरक्षण योजना है जिसका उद्देश्य प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ गंगा को संरक्षित और पुनर्जीवित करना है, और वहां इस घटना के 15 लोग शिकार हुए हैं.