उत्तराखंड : खराब मौसम के पूर्वानुमान के बीच केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तैयारी पूरी

देहरादून: द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे. हालांकि, मौसम खराब रहने की आशंका के मद्देनजर श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है. मौसम विभाग द्वारा 29 अप्रैल तक बर्फबारी और बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने की वजह से राज्य सरकार ने रविवार को केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण 30 तारीख तक के लिए बंद कर दिया जबकि ऋषिकेश, गौरीकुंड, गुप्तकाशी और सोनप्रयाग सहित कई जगहों पर यात्रियों को फिलहाल वहीं ठहरने को कहा जा रहा है.

श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंगलवार की सुबह 06:20 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए जाएंगे जिसकी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा है. बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली भी सोमवार धाम में पहुंच गई. अजय ने कहा कि अत्यधिक ठंड के बावजूद मंदिर के कपाट खुलने का साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं. केदारनाथ धाम में रुक- रुक कर बर्फबारी व बारिश को देखते हुए उन्होंने श्रद्धालुओं से यात्रा शुरू करने से पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने तथा प्रतिकूल मौसमी दशाओं के मद्देनजर केदारनाथ धाम में निवास की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करने की अपील भी की.

उधर, मंदिर के कपाट खुलने की पूर्वसंध्या पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी सोमवार शाम को गुप्तकाशी पहुंचे और यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली. धामी ने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी हैं. उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि देवों की कृपा से इस बार यात्रा में गत वर्ष की अपेक्षा कहीं अधिक श्रद्धालु आएंगे और चारधामों के दर्शन कर पुण्य के भागी बनेंगे. इस बीच, कई जगहों पर पुलिस केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने से रोक रही है. टिहरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि केदारनाथ में बर्फबारी और खराब मौसम के अलर्ट के मद्देनजर यात्रियों को भद्रकाली और व्यासी में रोक कर उन्हें फिलहाल ऋषिकेश में ही रूकने को कहा गया है. सोर्स भाषा