Vastu Tips: सौभाग्य और समृद्धि के वास्तु उपाय, जिसे अपनाते ही संवर जाता है भाग्य

जयपुर: वास्तु दोषों को दूर करने अथवा कम करने में आपके घर की आंतरिक साज-सज्जा मददगार साबित हो सकती है. घर में सुख-शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए कुछ वास्तु नियमों को अपनाया जा सकता है. वास्तु सिद्धांत के अनुसार घर का प्रत्येक सामान किसी न किसी तत्व और भावना का प्रतीक होता है और हमारे जीवन के किसी न किसी कार्य को पूरा करता है, इसलिए वास्तु में हर चीज को रखने के लिए जगह निर्धारित की गई है. वास्तु दोषों को दूर करने अथवा कम करने में आपके घर की आंतरिक साज-सज्जा मददगार साबित हो सकती है. घर में सुख-शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए कुछ वास्तु नियमों को अपनाया जा सकता है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि रिश्तों में मधुर संबंधों के लिए अतिथियों का स्थान या कक्ष उत्तर या पश्चिम की ओर बनाना चाहिए. आरोग्य के दिशा क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में दवाइयां रखने से ये जल्दी सकारात्मक असर दिखाती हैं. सब कुछ ठीक होने के बाद भी आपको लगता है की हमारे हाथ में धन नहीं रुकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से नीला रंग हटाने की जरूरत है. इस दिशा में हल्का नारंगी, गुलाबी रंगों का प्रयोग करें. घर के अंदर लगे हुए मकड़ी के जाले, धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती. पार्किंग हेतु उत्तर-पश्चिन स्थान प्रयोग में लाना शुभ माना गया है.

शयन कक्ष में ड्रेसिंग टेबल हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखनी चाहिए:
वास्तु विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास ने बताया कि घर में बनी हुई क्यारियों या गमलों में लगे हुए पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए. यदि कोई पौधा सूख जाए तो उसे तुरंत वहां से हटा दें. दक्षिण-पश्चिम दिशा में ओवरहैड वाटर टैंक की व्यवस्था करना लाभप्रद रहता है. दरवाज़े को खोलते तथा बंद करते समय सावधानी से बंद करें, ताकि कर्कश ध्वनि न निकले. यदि आपने घर में पूजा घर बना रखा है तो शुभ फलों की प्राप्ति के लिए उसमें नियमित रूप से पूजा होनी चाहिए एवं दक्षिण-पश्चिम की दिशा में निर्मित कमरे का प्रयोग पूजा-अर्चना के लिए नहीं किया जाना चाहिए. गैस का चूल्हा किचन प्लेटफार्म के आग्नेय कोण में दोनों तरफ से कुछ इंच जगह छोड़कर रखना वास्तु सम्मत माना गया है. शयन कक्ष में ड्रेसिंग टेबल हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखनी चाहिए, सोते समय शीशे को ढक दें.

किसी भी परिस्थिति में दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए:
वास्तु विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए, ऐसा करने से बेचैनी, घबराहट और नींद में कमी हो सकती है. शयन कक्ष में मुख्य द्वार की ओर पैर करके नहीं सोएं. पूर्व दिशा में सिर एवं पश्चिम दिशा में पैर करके सोने से आध्यात्मिक भावनाओं में वृद्धि होती है. घर या कमरों में कैक्टस के पौधे या कंटीली झाड़ियाँ या काँटों के गुलदस्ते जो की गमलों में साज-सज्जा के लिए सजाते हैं उनसे पूरी तरह बचना चाहिए. भवन में उत्तर दिशा, ईशान दिशा, पूर्व दिशा, वायव्य दिशा में हल्का सामान रखना शुभ फलदाई होता है. घर में अग्नि से सम्बंधित उपकरण जहाँ तक संभव हो दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने चाहिए. 

घर की पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए:
वास्तु विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य सभी ग्रहों का राजा माना जाता है. सूर्य मजबूत हो तो जातक को करियर में सफलता मिलती है और उसकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. वास्तु नियमों के अनुसार घर की पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए. घर का मुख पूर्व की ओर हो तो घर के मुख्य द्वार के बाहर या ऊपर भगवान सूर्य की कोई प्रतिमा जरूर लगाएं. इससे आपके करियर में चल रही दिक्कतें खत्म होती हैं. जिन लोगों के जीवन में शनि की साढ़े साती या फिर शनि की ढैया चल रही हो उन लोगों को घर की पश्चिम दिशा में शनि यंत्र की स्थापना करनी चाहिए. इसके अलावा अपने घर के मुख्य द्वार पर हर रोज एक लोटा पानी जरूर डालें. इससे शनि देवता की कृपा बनी रहती है और आर्थिक स्थिति में भी सुधार आता है.

घर के मुख्य दरवाजे पर घोड़े की नाल टांगना बहुत शुभ माना गया:
वास्तु विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास ने बताया कि वास्तु के अनुसार घर में एक मुख्य कांच जरूर होना चाहिए. घर में कभी भी दो कांच आमने-सामने नहीं होने चाहिए. घर के मुख्य दरवाजे पर कांच नहीं लगा होना चाहिए. घर का मुख्य कांच हमेशा पूर्व या फिर उत्तर के दीवार पर लगा होना चाहिए. इस दिशा में कांच लगे रहने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. घर का किचन ईशान कोण में हो तो खाना पकाने वाले चूल्हे को हमेशा आग्नेय कोण में रखें. साथ ही साफ बर्तनों को रसोई के ईशान कोण में रखें. वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से रुका हुआ धन मिलने लगता है. वास्तु में घर के मुख्य दरवाजे पर घोड़े की नाल टांगना बहुत शुभ माना गया है. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है और घर के सदस्य बुरी नजर से भी बचे रहते हैं. घोड़े की नाल टांगने घर के सदस्यों का समाज में मान-सम्मान भी बढ़ता है.