नई दिल्लीः फॉक्सकॉन के साथ टूटे करार के बाद वेंदाता ने भारत में सेमीकंडक्टर बनाने के लिए नये साझेदार तैयार कर लिये हैं. इसकी जानकारी खुद कंपनी ने देते हुए कहा कि हमने सेमीकंडक्टर बनाने के लिए साझेदार तैयार कर लिए हैं. इस साल अंत तक गुजरात में चिप का निर्माण शुरू हो जाएगा. कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने शेयरधारकों की बैठक में बुधवार को यह बात कही. उन्होंने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.
दरअसल इसी हफ्ते फॉक्सकॉन के साथ गुजरात में चिप विनिर्माण प्लांट लगाने का वेदांता का 19.5 अरब डॉलर का सौदा टूट गया. उन्होंने कहा भारत हर साल 100 अरब डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक सामान आयात करता है. इसमें 30 अरब डॉलर सेमीकंडक्टर का होता है. मतलब लगभग आयात में 30 प्रतिशत सिर्फ सेमीकंडक्टर हैं. वेदांता ने कहा कि हमने संयुक्त उपक्रम के लिए भागीदारों को तैयार किया है. हालांकि, सरकारी मंजूरी मिलनी बाकी है.
वेदांता ने कहा कि उसने अब तक भारत में 2.9 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. आने वाले समय में कंपनी सभी क्षेत्रों में निवेश करना जारी रखेगी. कंपनी चालू वित्त वर्ष में 14,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है. कंपनी ने सरकार को सात वर्षों में 3 लाख करोड़ रुपये का कर चुकाया है. इसमें से 74,000 करोड़ पिछले वित्त वर्ष में दिया था.