25 दिसंबर तक अपनी स्वराशि तुला में रहेंगे शुक्र, जानिए इसका क्या पड़ेगा प्रभाव और किन-किन राशियों की चमकेगी किस्मत

25 दिसंबर तक अपनी स्वराशि तुला में रहेंगे शुक्र, जानिए इसका क्या पड़ेगा प्रभाव और किन-किन राशियों की चमकेगी किस्मत

जयपुर (डॉ. अनिश व्यास): शुक्र देव 30 नवंबर को कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश कर लिया है और 25 दिसंबर तक तुला राशि में रहेंगे. वैदिक ज्योतिष में शुक्र को बेहद ही शुभ ग्रह माना जाता है. ये प्रेम संबंधों, सुख-सुविधाओं और सभी प्रकार के भौतिक सुखों को प्रदान करने वाला ग्रह माना गया है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर - जोधपुर  के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र देव 30 नवंबर को कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश कर लिया है और 25 दिसंबर तक तुला राशि में रहेंगे. इस दौरान 05 दिसंबर को स्वाति और 16 दिसंबर को विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. इसके पश्चात 25 दिसंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. जॉब और बिजनेस से संबंधित परेशानियां दूर होंगी.  जॉब बदलने का विचार मन में है तो यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा. व्यवहार में सौम्यता लाएगा.  प्रशासनिक और राजनैतिक मामलों में बड़े बदलाव हो सकते हैं. इन क्षैत्रों से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा कहा जाता है. कई लोगों की सेहत में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. विपरित लिंग के लोगों के कारण कामकाज में बदलाव होने की भी संभावना है. सुख-सुविधाएं, यात्राएं और शारीरिक सुख संबंधी मामलों में महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के शुभ प्रभाव से सुख-समृद्धि और सौभाग्य में होगी वृद्धि होती है. शुक्र को सभी ग्रहों में सबसे चमकदार ग्रह माना जाता है. चूंकि शुक्र एक शुभ ग्रह है इसलिए कुंडली में इसकी अच्छी स्थिति से जातकों को जीवन में कई सुख सुविधाएँ मिलती हैं लेकिन मुख्य रुप से प्रेम, भौतिक सुखों में इसकी मजबूती से वृद्धि होती है. इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में भी शुक्र की स्थिति का असर पड़ता है, यदि कुंडली में शुक्र अच्छी स्थिति में है तो दांपत्य जीवन सुखद रहता है. वहीं शुक्र की दुर्बल स्थिति व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को खराब कर सकती है. शनि व बुध शुक्र के मित्र ग्रहों में आते है. शुक्र ग्रह के शत्रुओं में सूर्य व चन्द्रमा है. शुक्र के साथ गुरु व मंगल सम सम्बन्ध रखते हैं. वृषभ एवं तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच राशिगत संज्ञक तथा मीन राशि में उच्चराशिगत संज्ञक कहे गए हैं. 

ज्योतिष में शुक्र
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र या वीनस को ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है. ये वृष और तुला राशि का स्वामी है. शुक्र लाभ के साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का भी कारक होता है. व्यक्ति की कलात्मकता का भी विकास होता है. किसी की कुंडली में ये ग्रह कमजोर या मजबूत हो, दोनों ही स्थिति में काफी मायने रखता है. ज्योतिष में शुक्र अच्छे कपड़े, विवाह, आमदनी, नारी, ब्राह्मण, पत्नी, यौन जीवन का सुख, फूल, वाहन, चांदी, आनंद, कला, वाद्ययंत्र और राजसी प्रवृत्ति का कारक ग्रह है. शुक्र के राशि परिवर्तन होने से इन मामलों संबंधी बदलाव देखने को मिलते हैं.

प्रभाव
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के पास अमृत संजीवनी है और शुक्र पृथ्वी के साथ है. वस्तुओं की लागत बढ़ सकती है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी शुभ असर देखने को मिलेगा. ललित कलाओं की तरफ आप का रूझान हो सकता है. यदि आप मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको शुभ फल प्राप्त होगा. वहीं मीडिया आदि के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को भी यह शुक्र लाभ कराने वाला होगा.  जॉब और बिजनेस से संबंधित परेशानियां दूर होंगी.  जॉब बदलने का विचार मन में है तो यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा. व्यवहार में सौम्यता लाएगा.  प्रशासनिक और राजनैतिक मामलों में बड़े बदलाव हो सकते हैं. इन क्षैत्रों से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा कहा जाता है. कई लोगों की सेहत में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. विपरित लिंग के लोगों के कारण कामकाज में बदलाव होने की भी संभावना है. सुख-सुविधाएं, यात्राएं और शारीरिक सुख संबंधी मामलों में महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना है. 

शुक्र के उपाय 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि मां लक्ष्मी अथवा मां जगदम्बा की पूजा करें. भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें. शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं. चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें. श्री सूक्त का पाठ करें. शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र, दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें.

आइए भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास से जानते हैं कि शुक्र का तुला राशि में प्रवेश करने से राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

मेष राशि
वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी. दांपत्य जीवन में भी मधुरता आएगी. शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा. ससुराल पक्ष से भी सहयोग के योग.

वृषभ राशि
अप्रत्याशित परिणाम वाला सिद्ध होगा. स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहना होगा. गुप्त शत्रुओं से भी बचना होगा. झगड़े विवाद तथा कोर्ट-कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं. 

मिथुन राशि
प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी. विवाह भी करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से अवसर अनुकूल रहेगा. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति और प्रादुर्भाव के भी योग.

कर्क राशि
मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग. शासन सत्ता का भी सहयोग मिलेगा. सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी. लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी. 

सिंह राशि
परिवार का माहौल खुशनुमा रहेगा. छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें. धर्म तथा आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी. धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य करेंगे. 

कन्या राशि
कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें बेहतर रहेगा. कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी सावधान रहना होगा. विवादित मामले से दूर ही रहें.

तुला राशि
पद और गरिमा की वृद्धि होगी. शादी विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी. दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी. संतान सुख में भी वृद्धि होगी. नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग हैं.

वृश्चिक राशि
विलासितापूर्ण वस्तुओं पर भी अधिक खर्च करेंगे. विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग. कार्य-व्यापार के लिए विदेश जाने की सोच रहे हों तो यह अवसर बेहतरीन रहेगा. 

धनु राशि
परिवार के वरिष्ठ सदस्यों और बड़े भाइयों से भी सहयोग मिलेगा. आय के साधन बढ़ेंगे. काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद. प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी. 

मकर राशि
माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. जमीन जायदाद संबंधी मामले हल होंगे. मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग. यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं.

कुंभ राशि
जो लोग नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वहीं मदद के लिए आगे आएंगे. कार्यक्षेत्र में षड्यंत्रकारी परास्त होंगे. न्यायिक मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत हैं.

मीन राशि
सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी. किए गए कार्यों की सराहना होगी. इस अवधि के मध्य षड्यंत्र का शिकार होने से बचें. पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे.