भुवनेश्वर: दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि कर्ज में डूबी कंपनी वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) की पूंजी के साथ कई और जरूरतें हैं जिनपर बातचीत जारी है.
वीआईएल दो लाख करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज के बोझ में है. उसने सरकार को देय लगभग 16,000 करोड़ रुपये की ब्याज देनदारियों को इक्विटी में बदलने का विकल्प चुना है. यह कंपनी में लगभग 33 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर होगा. वहीं कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 74.99 प्रतिशत घटकर 50 प्रतिशत पर आ जाएगी.
वैष्णव ने कहा कि वोडाफोन (आइडिया) की कई आवश्यकताएं हैं. इसमें पूंजी की विशेष जरूरत है. कितनी पूंजी, कौन डालेगा? इस समय ये सभी चीजें चर्चा में हैं. वीआईएल ने सरकार को 10 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर हिस्सेदारी की पेशकश की है और सरकार कंपनी के शेयरों के 10 रुपये प्रति शेयर पर स्थिर होने की प्रतीक्षा कर रही है. सोर्स- भाषा