बालाघाट: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में नक्सलवाद को पांव नहीं पसारने देगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल उस साधन को निशाना बनाएंगे जो नक्सलवादियों को पैसे की आपूर्ति कर रहा है और 'अर्बन नक्सल' के माध्यम से नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहा है ताकि इस समस्या को जड़ से खत्म किया जा सके.
मिश्रा ने बालाघाट में आज सुबह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य की पुलिस और ‘हॉक फोर्स’ अच्छी तरह से काम कर रही है और सरकार मध्य प्रदेश में नक्सल गतिविधियों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में सफल रही है. उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में नक्सलियों को पाव नहीं पसारने देगी तथा नक्सलियों के वित्तीय स्रोत/साधन पर खास नजर रखने की जरूरत है. मिश्रा ने कहा कि सरकार नक्सलियों को पैसा मुहैया करने वालों पर निगरानी रखकर सख्त कार्रवाई करेगी. ‘हॉक फोर्स’ मध्य प्रदेश में नक्सलियों का मुकाबला करने वाली विशिष्ट इकाई है. मिश्रा ने बालाघाट में आज सुबह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना, एडीजी आदर्श कटियार एवं एडीजी अशोक अवस्थी सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की.
उन्होंने कहा कि नक्सली किसानों को आपूर्ति किए जा रहे अमोनियम नाइट्रेट का विस्फोटक के रूप में दुरुपयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रभावी रणनीति तैयार की जाएगी कि यह रसायन नक्सलियों तक नहीं पहुंचे. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस, हॉक फोर्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किए गए प्रयासों के कारण छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में स्थिति नियंत्रण में है. मंत्री ने कहा कि पिछले 10 महीनों में सुरक्षा बलों ने कुल 1.5 करोड़ रुपये के इनामी नक्सलियों को या तो ढेर किया है या सलाखों के पीछे भेजा है, जो दर्शाता है कि राज्य में पुलिस ने उनके खिलाफ कितनी प्रभावी कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सली अगर अपने पांव पसारेंगे, तो उनके पांव काट दिए जाएंगे. सोर्स- भाषा