राजस्थानः प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदला सा नजर आ रहा है. ठिठुरन और तापमान के गिरते पारे ने लोगों को गरम कपड़ो में लपेट दिया है. इतना ही नहीं मौसम की बदलती करवट के कारण कई जिलों में आज भी मावट के आसार है. जिसका असर अभी से ही दिखने लग गया है. कई क्षेत्रों में घना कोहरा छाया हुआ है. अल सुबह कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिये है. तापमान की गिरावट के चलते ही 3 दिसंबर से जाड़ा और जोर पकड़ने वाला है.
राजस्थान के कई जिलों मे पश्चिमी विक्षोक्ष के चलते सर्दी ने जोर पकड़ लिया है. ठिठुरन से बचने के लिए लोग अलाप का सहारा ले रहे है. डीडवाना में अलसुबह से ही घना कोहरा क्षेत्र में छाया हुआ है. कोहरे की वजह से मेगा हाइवे पर मात्र दस फीट से कम विजिबिलिटी हो गयी. ऐसे में लोगों को गाड़ी चलाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हाइवे पर वाहन चालकों को कोहरे से परेशानी हो रही है. कोहरे के साथ हल्की ठंडी हवाओं ने भी जाड़ें को और बढ़ा दिया है.
उतरी भारत में बर्फबारी का पोकरण में असर लगातार जारी है. सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. तापमान में गिरावट के चलते दो दिनों से ठिठुरन बढ़ गयी है. शहरों की अपेक्षा नहरी इलाकों में सर्दी का असर ज्यादा देखने को मिल रहा है. आमजन सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहा है. जिसने अब आमजन की दिनचर्या में खासा बदलाव कर दिये है.
झुंझुनूं में भी कोहरे का आगोश नजर आ रहा है. धुंध के कारण विजिबिलिटी बेहद कम हो गयी है. उदयपुरवाटी में सुबह-सुबह घना कोहरा छाया. कोहरे के कारण विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गयी है. इतना ही नहीं सर्दी की इस ठिठुरन में लोगो की दिनचर्या भी काफी हद तक प्रभावित हुई है. और सर्दी से बचने के लिए लोग अलाप तापते नजर आ रहे है.
बीकानेर में भी मौसम की करवट बदल गयी है. यही कारण है. कि ग्रामीण अंचल कोहरे के आगोश में लिपटा दिखा रहा है. महाजन व आसपास के क्षेत्र में कोहरा छाया हुआ है. दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गयी है. कोहरे के साथ सर्दी भी बढ़ी. राजमार्ग पर कोहरे के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है. हालांकि किसानों के लिए अच्थी बात है हाड़ी की फसल के लिए फायदेमंद है कोहरा.