जयपुर : राजस्थान में एक नवंबर से फिर शहनाई गुजेंगी. देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू होगा. अगले साल 11 जुलाई देवशयनी एकादशी तक सावे हैं. देवउठनी से देवशयनी तक 9 महीनों में 64 विवाह के मुहूर्त हैं.
साथ ही 64 विवाह तिथियों में से 21 सावे पर सरकारी छुट्टी है. सरकारी अवकाश के चलते ज्यादा लोग शामिल हो सकेंगे. प्रदेश में 18,000 मैरिज गार्डन-होटल्स जो फरवरी तक बुक हैं. साथ ही शादी से जुड़े कारोबार ज्वैलरी, परिधान, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स और फूड इंडस्ट्री को बड़ा लाभ होगा.
कई व्यापारियों का 90% कारोबार वेडिंग सीजन में होता है. करीब साढ़े 3 लाख शादियों में 3लाख करोड़ के कारोबार का अनुमान है. वेडिंग सीजन में सालाना GST कलेक्शन का 80% से ज्यादा हिस्सा लाता है. पिछले सीजन में GST कलेक्शन में 8.74% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. शादियों से प्रत्यक्ष रूप से दो लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
सर्वोत्तम विवाह मुहूर्त:
2 नवंबर, 3 नवंबर, 5 नवंबर, 8 नवंबर, 12 नवंबर, 13 नवंबर, 16 नवंबर, 17 नवंबर, 18 नवंबर, 21 नवंबर, 22 नवंबर, 23 नवंबर, 25 नवंबर और 30 नवंबर, वहीं, 4 दिसंबर, 5 दिसंबर और 6 दिसंबर इसके बाद 16 दिसंबर से मलमास की शुरुआत हो जाएगी.