जयपुर: वैशाख पूर्णिमा पर कल वन्यजीव गणना शुरू होगी. कल और 24 मई को वाटर होल पद्धति से गणना की जाएगी. कल सुबह 8 बजे से 24 मई सुबह 8 बजे तक 24 घंटे गणना होगी. ऐसे में गणना से पूर्व 2 दिन पूर्व अभ्यास, प्रशिक्षण करवाया गया है.
वन्यजीव गणना के तहत बाघ-बघेरे व दूसरे वन्यजीवों की संख्या का आकलन किया जाएगा. पिछले वर्ष बे-मौसम बरसात के चलते वाटर होल पद्धति से वन्य जीव गणना नहीं हो पाई थी. ऐसे में इस बार वन्यजीवों की गणना को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वाटर होल पद्धति से वन्य जीव गणना से ही वन्यजीवों की संख्या के वास्तविक आंकड़े मिल पाएंगे. मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पीके उपाध्याय खुद मॉनिटरिंग करेंगे.