सिरोही: प्रदेश के वन्यजीव अभ्यारणों में अपना अनूठा स्थान रखने वाले आबूपर्वत में विचरण करने वाले वन्य जीव इन दिनों अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. आबूपर्वत वन्यजीव अभ्यारण में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जिम्मेदार वन विभाग पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ हैं.
जिसके चलते वन्य जीवों को भोजन की तलाश के लिए वन क्षेत्र को छोड़कर शहर की और रुख करना पड़ रहा हैं. रोजाना शाम ढलते ही माउंट आबू नगरपालिका के कचरा संग्रहण केंद्र जिसे हम डंपिंग यार्ड भी कहते हैं, उस डंपिंग यार्ड में भालूओं की टोलिया भोजन की तलाश में रात भर डेरा डाले रहती हैं. करीब 4 से 5 भालू एक साथ यहा आसानी से देख सकते है.
यहां वन्यजीवों की मूवमेंट रातभर सिर्फ भोजन की तलाश के लिए लगी रहती हैं. माउंट आबू के डंपिंग यार्ड में इन वन्यजीवो की मज़बूरी जानने के लिए फर्स्ट इंडिया के संवाददाता अशोक कुमावत ने रात के 12 बजे ग्राउंड जीरो पर जाकर इन मूक वन्य जीवों की दुर्दशा के हालात जानी.